हार्ट की नसें ब्लॉक होने के लक्षण और कब जाएं डॉक्टर के पास कोरोनरी आर्टरी ब्लॉकेज (Coronary Artery Blockage) क्या है? हार्ट को ब्लड पहुंचाने...
हार्ट की नसें ब्लॉक होने के लक्षण और कब जाएं डॉक्टर के पास
कोरोनरी आर्टरी ब्लॉकेज (Coronary Artery Blockage) क्या है?
हार्ट को ब्लड पहुंचाने वाली नलियां अगर पतली हो जाती हैं या उनमें ब्लॉकेज आने लगती है तो इसे कोरोनरी आर्टरी ब्लॉकेज (Coronary Artery Blockage) बीमारी कहते हैं। जब दिल के पास की नलियां जिन्हें कोरोनरी धमनियां भी कहा जाता है, पतली होने लगती हैं या उनमें किसी कारण से रुकावट आ जाती है तो कोरोनरी आर्टरी ब्लॉक हो सकती है और इसी को कोरोनरी आर्टरी बीमारी कहा जाता है।
अगर किसी के मेडिकल टेस्ट में आता है कि हार्ट की कोरोनरी आर्टरी ब्लॉकेज हो रही है तो इसे बहुत गंभीरता से लेकर समय पर इलाज शुरु किया जाना चाहिए क्योंकि ये आगे चलकर भयंकर हार्ट की बीमारी और अन्य समस्याओं का कारण सकती हैं। फैट जमा होने के कारण हृदय की मांसपेशियों को रक्त की आपूर्ति करने वाली धमनियां पतली या अवरुद्ध हो सकती हैं, जिससे ब्लड सप्लाई कम हो सकती है और दिल का दौरा पड़ सकता है। एशियन हार्ट इंस्टीट्यूट में सीनियर इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. अभिजीत बोरसे कहते हैं कि कोरोनरी आर्टरी ब्लॉकेज के लक्षणों को समय पर समझना बहुत जरूरी है ताकि समय पर इलाज शुरू किया जाए और बचाव के तरीके अपनाएं जा सके।
कोरोनरी आर्टरी ब्लॉकेज के कारण
कोरोनरी आर्टरी ब्लॉकेज के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें मुख्य रूप से निम्नलिखित शामिल हैं:
धमनियों में फैट का जमा होना: खराब खान-पान और अनहेल्दी लाइफस्टाइल की वजह से धमनियों में फैट जमा होने लगता है, जिससे धमनियां पतली हो जाती हैं और ब्लॉकेज की संभावना बढ़ जाती है।
धूम्रपान: धूम्रपान करने से हार्ट की धमनियों में ब्लॉकेज का खतरा बढ़ जाता है। निकोटिन और तंबाकू धमनियों को नुकसान पहुंचाते हैं और रक्त का प्रवाह बाधित करते हैं।
उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर): हाई ब्लड प्रेशर के कारण धमनियों की दीवारों पर दबाव बढ़ जाता है, जिससे वे क्षतिग्रस्त हो सकती हैं और उनमें ब्लॉकेज हो सकता है।
डायबिटीज: मधुमेह (डायबिटीज) होने से धमनियों में ब्लॉकेज का खतरा अधिक होता है, क्योंकि उच्च शर्करा स्तर धमनियों को नुकसान पहुंचाता है।
उच्च कोलेस्ट्रॉल: रक्त में उच्च कोलेस्ट्रॉल के स्तर से धमनियों में प्लाक (plaque) जमा हो सकता है, जिससे ब्लॉकेज हो सकता है।
कोरोनरी आर्टरी ब्लॉकेज के लक्षण
कोरोनरी आर्टरी ब्लॉकेज के कई लक्षण हो सकते हैं, जो हार्ट अटैक के पहले भी दिख सकते हैं। ये लक्षण निम्नलिखित हो सकते हैं:
सीने में दर्द या असहजता: सीने में दर्द, जिसे एंजाइना (angina) कहते हैं, ब्लॉकेज का एक प्रमुख लक्षण है। यह दर्द आमतौर पर शारीरिक मेहनत या मानसिक तनाव के दौरान होता है और आराम करने पर कम हो जाता है।
सांस लेने में कठिनाई: यदि दिल को पर्याप्त रक्त नहीं मिलता है, तो शरीर को ऑक्सीजन की कमी हो सकती है, जिससे सांस लेने में कठिनाई हो सकती है।
थकान और कमजोरी: यदि दिल सही से काम नहीं कर रहा है, तो शरीर को पर्याप्त ऊर्जा नहीं मिल पाती है, जिससे थकान और कमजोरी महसूस होती है।
चक्कर आना: रक्त का प्रवाह बाधित होने से मस्तिष्क को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाती, जिससे चक्कर आ सकते हैं।
नसों में सूजन: दिल की समस्याओं के कारण पैरों और टखनों में सूजन हो सकती है।
डॉक्टर के पास कब जाएं?
अगर ऊपर दिए गए लक्षणों में से कोई भी लक्षण दिखता है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। डॉक्टर आपकी स्थिति की जांच करेंगे और आवश्यक परीक्षण करेंगे, जैसे कि ईसीजी (ECG), एंजियोग्राफी (angiography), ब्लड टेस्ट आदि।
डॉ. अभिजीत बोरसे के अनुसार, निम्नलिखित स्थिति में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए:
तेज सीने में दर्द: अगर सीने में तेज दर्द हो रहा है, खासकर शारीरिक मेहनत के दौरान, तो यह एक गंभीर संकेत हो सकता है और तुरंत चिकित्सा सहायता की आवश्यकता होती है।
सांस लेने में अत्यधिक कठिनाई: अगर सांस लेने में अत्यधिक कठिनाई हो रही है और यह आराम करने पर भी ठीक नहीं हो रही है, तो डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें।
चक्कर और बेहोशी: अगर चक्कर आ रहे हैं या बेहोशी महसूस हो रही है, तो यह संकेत हो सकता है कि दिल सही से काम नहीं कर रहा है और तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
अन्य असामान्य लक्षण: अगर आपको कोई भी असामान्य लक्षण महसूस हो रहे हैं, जैसे कि अत्यधिक थकान, कमजोरी, या नसों में सूजन, तो डॉक्टर से परामर्श लेना आवश्यक है।
कोरोनरी आर्टरी ब्लॉकेज से बचाव के तरीके
कोरोनरी आर्टरी ब्लॉकेज से बचाव के लिए स्वस्थ जीवनशैली अपनाना बहुत महत्वपूर्ण है। निम्नलिखित उपाय करके आप इस बीमारी से बच सकते हैं:
स्वस्थ आहार: अपने आहार में फल, सब्जियां, अनाज, और स्वस्थ वसा शामिल करें। संतृप्त वसा और ट्रांस फैट से बचें।
नियमित व्यायाम: नियमित व्यायाम से दिल की धमनियों में ब्लॉकेज का खतरा कम होता है और दिल की सेहत बेहतर रहती है।
धूम्रपान छोड़ें: धूम्रपान छोड़ने से दिल की धमनियों को स्वस्थ रखने में मदद मिलती है और ब्लॉकेज का खतरा कम होता है।
वजन नियंत्रण: स्वस्थ वजन बनाए रखें, क्योंकि अधिक वजन होने से दिल पर दबाव बढ़ता है और ब्लॉकेज का खतरा बढ़ जाता है।
नियमित चेक-अप: नियमित रूप से डॉक्टर से चेक-अप कराएं और अपने ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल, और शुगर लेवल को नियंत्रित रखें।
ब्लॉकेज एक गंभीर
कोरोनरी आर्टरी ब्लॉकेज एक गंभीर स्थिति है, जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। इसके लक्षणों को समय पर पहचान कर और उचित इलाज से आप इस बीमारी से बच सकते हैं। स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर और नियमित रूप से डॉक्टर से चेक-अप कराकर आप अपने दिल की सेहत को बनाए रख सकते हैं। अगर आपको किसी भी प्रकार का संदेह हो या उपरोक्त लक्षण दिखें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और आवश्यक चिकित्सा सहायता प्राप्त करें।
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