रेलवे कर्मचारियों की मांगों और सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ इंडियन रेलवे एम्पलाइज फेडरेशन (IREF) ने बड़ा एलान किया है। फेडरेशन ...
रेलवे कर्मचारियों की मांगों और सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ इंडियन रेलवे एम्पलाइज फेडरेशन (IREF) ने बड़ा एलान किया है। फेडरेशन की वर्किंग कमेटी की महत्वपूर्ण बैठक आज हरकिशन सिंह सुरजीत भवन, नई दिल्ली में आयोजित हुई, जिसमें निर्णय लिया गया कि आने वाले तीन महीनों तक देशभर में चरणबद्ध आंदोलन चलाया जाएगा। इसके तहत केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ व्यापक जनजागरूकता और विरोध दर्ज कराया जाएगा।
OPS बहाली के लिए 'दिल्ली चलो' का एलान
बैठक में IREF ने नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम (NMOPS) द्वारा 25 नवंबर को घोषित 'दिल्ली चलो' आंदोलन को पूर्ण समर्थन देने का ऐलान किया। फेडरेशन ने कहा कि नई पेंशन योजना (NPS) कर्मचारियों के भविष्य को असुरक्षित कर रही है और इसे तत्काल रद्द कर पुरानी पेंशन योजना (OPS) बहाल की जानी चाहिए।
ये प्रमुख मांगे बनीं आंदोलन का आधार:
रेलवे के लाखों रिक्त पदों को जल्द से जल्द भरने की मांग
ठेका प्रथा और आउटसोर्सिंग पर रोक
महिलाओं के लिए चेंजिंग रूम और ट्रैक मेंटेनर्स के लिए विश्राम गृह की व्यवस्था
12 घंटे शिफ्ट जैसे अमानवीय श्रम कानूनों की वापसी
सुरक्षा उपकरणों की आपूर्ति और प्रोडक्टिविटी लिंक्ड बोनस में सुधार
सातवें वेतन आयोग की विसंगतियों का निवारण और आठवें वेतन आयोग का गठन
आंदोलन की अगुवाई करेंगी सभी जोनल यूनियनें
IREF के राष्ट्रीय महासचिव कामरेड सर्वजीत सिंह ने कहा, "सरकार की नीतियां कॉर्पोरेटपरस्त हैं और सीधे तौर पर रेलवे कर्मियों के हितों के खिलाफ हैं। हमें मजबूरन आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ा है।"
कार्यवाहक अध्यक्ष अखिलेश पांडे ने कहा, "रेलवे कर्मचारी इस देश की रीढ़ हैं। अगर उनका मनोबल टूटा, तो पूरा तंत्र हिलेगा। हम अंतिम सांस तक कर्मचारी हितों के लिए संघर्ष करते रहेंगे।"
देशभर की यूनियनें आईं एकजुट
बैठक में शामिल होने वालों में NREU, ECREU, NERMC, DLWRMU, WCRWU, ECoREU, SERMZU, RCFEU, EREU, CLWEU, IREU, RCF एम्पलाइज यूनियन समेत कई जोनल यूनियनें शामिल थीं।
RCF रायबरेली से प्रधान अमरीक सिंह, संगठन सचिव भारत राज, संदीप सिंह और सरबजीत सिंह ने संगठन की ओर से भागीदारी की और आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाने का संकल्प दोहराया।
AICCTU का भी समर्थन
बैठक में AICCTU के राष्ट्रीय महासचिव राजीव डिमरी और राष्ट्रीय अध्यक्ष शंकर विशेष रूप से मौजूद रहे। उन्होंने IREF के संघर्ष को पूरी ताकत से समर्थन देने का भरोसा दिया।
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