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धरातल पर गरीब को प्राथमिकता नहीं देते और गरीबों का होता है शोषण: पदम प्रभाकर।

  अंजना जूली। ब्यूरो आनी। 22 नवम्बर ।  ये किस्सा है आनी विकास खण्ड के अंतर्गत ग्राम पंचायत लढागी के दो परिवारों का ।ये दोनों परिवार अनुसूचि...

 



अंजना जूली।

ब्यूरो आनी। 22 नवम्बर। 

ये किस्सा है आनी विकास खण्ड के अंतर्गत ग्राम पंचायत लढागी के दो परिवारों का ।ये दोनों परिवार अनुसूचित जाति से संबंध रखते हैं।एक परिवार स्वर्गीय डोला राम, दुसरा परिवार सोहन लाल । पूर्व पंच डोला राम बार्ड लढागी पैंतालीस वर्ष की आयु में अपनी बीमारी से लड़ते हुए; जिंदगी की लड़ाई से हार गए। इनके निधन के पांच दिनों बाद बड़े भाई सोहनलाल की मौत हो गई। इनका बड़ी आर्थिक तंगी के चलते इलाज हुआ। दोनों भाईयों के पास लगभग 5 बिस्बा पांच बिस्वा ज़मीन है। दोनों परिवारों के पास एक छोटी रसोई सहित एक कमरे का और एक मंजिल का मकान है।

बेहद गरीब परिवार होने के बावजूद भी, इन्हें सरकारी योजनाओं से वंचित रखा गया है। इन दोनों परिवारों ने ग्रामसभा में पिछले दस सालों में कई बार बीपीएल और आईआरडीपी में चयन की मांग की, तत्कालीन पंचायत प्रतिनिधियों ने इस मामले में कोई गंभीरता नहीं दिखाई। इन्होंने सरकारी योजनाओं के तहत मकान निर्माण अनुदान की कई बार गुहार लगाई;परंतु आज तक किसी ने भी इनकी फरियाद नहीं सुनी। 

पदम प्रभाकर संयोजक, सीटू इकाई आनी ने इन परिवारों का कुशल क्षेम इनके घर जाकर जाना।

श्री प्रभाकर ने स्थानीय पंचायत पर आरोप लगाते हुए कहा कि इस पंचायत में निर्धन परिवारों का बीपीएल परिवारों में चयन को लेकर सच्चाई यह है कि पंचायत में धनासेठ, बड़े व दो से तीन मंजिला पक्के मकान मालिक और गाडियां के मालिक आई आर डी पी , बीपीएल श्रेणी में है । गरीब इनके डर के कारण इनके खिलाफ कोई आपत्ति नहीं  करते हैं । हकीकत में आज अधिकतर पंचायतों में गरीबों के कामों व अधिकारों को प्राथमिकता से नहीं देते ।निचले स्तर पर गरीबों का घोर शोषण हो रहा है।

गौरतलब यह है कि डोलाराम की विधवा रामप्यारी के मकान का डंगा गिरा है , जिसके कारण घरों में दरारें पड़ी है। डंगा लगाने के लिए मनरेगा से डंगा डाला गया है,तीन महिने पहले पहला मस्टररोल निकाला; उसके बाद आज़ तक दूसरा मस्टररोल ज़ारी नहीं हुआ।इस लापरवाही के चलते इस गरीब का एक कमरे का मकान भी ध्वस्त हो सकता है। यहां सबसे ज्यादा शोषण अनुसूचित जाति के गरीब परिवारों के साथ हो रहा है। उपर से लेकर नीचे तक गरीबों के कामों को प्राथमिकता से नहीं निपटाते। ये दोनो परिवार मनरेगा और दूसरी प्राईवेट मजदूरी करके अपना गुजर बसर करते हैं।आगामी समय में सीटू इन परिवारों के शोषण के खिलाफ लड़ेंगे और आने वाली ग्राम सभा में भी प्रमुखता से आबाज उठाएगें। पहले भी सीटू आनी ने गरीबों के हितों को लेकर लड़े है,आगे भी संघर्ष तेज करेंगे । इस अवसर पर सीटू संयोजक आनी पदम प्रभाकर के साथ उनकी टीम के लीलाचंनद, पुर्ण ठाकुर आदि मौजूद रहे।

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