कुल्लू जिले के छोटी काशी निरमण्ड का ऐतिहासिक एवं प्राचीन जिला स्तरीय “बूढ़ी दिवाली” मेला प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी आगामी...
कुल्लू जिले के छोटी काशी निरमण्ड का ऐतिहासिक एवं प्राचीन जिला स्तरीय “बूढ़ी दिवाली” मेला प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी आगामी 23 नवंबर से 26 नवंबर तक धूमधाम से मनाया जा रहा है।
इस बार मेले का आयोजन संयुक्त रूप से प्रशासन व नगर पंचायत के बैनर तले किया जा रहा है। मेले के आयोजन को लेकर मेला कमेटी की एक अहम बैठक एसडीएम निरमण्ड मनमोहन सिंह (एच.ए.एस.) की अध्यक्षता में बीते दिन आयोजित की गई। जिसमें मेले की तैयारियों को लेकर रूपरेखा तैयार की गई। इस बैठक में मेले के सफल आयोजन के लिए विभिन्न कमेटियों का गठन किया गया।एसडीएम निरमण्ड मनमोहन सिंह ने बताया कि पारंपरिक रात की दिवाली 23 नवंबर को दशनामी जूना अखाड़ा निरमण्ड में आयोजित की जाएगी, जबकि दिन का मेला 24 से 26 नवबर तक स्थानीय रामलीला मैदान में आयोजित होगा। इसके अतिरिक्त इस बार व्यापारिक मेला निरमण्ड के तामिउड़ी स्थित खेल परिसर में लगाया जाएगा।इस वर्ष की ‘ बूढ़ी दीवाली’ मेले का विशेष आकर्षण महिला रस्साकशी व महिलाओं की महानाटी रहेगी।रस्साकशी का आयोजन 25 और 26 नवंबर को खेल परिसर निरमण्ड में किया जाएगा जबकि महानाटी का आयोजन 26 नवंबर को खेल परिसर में ही किया जाएगा, जिसमें एक साथ मिलकर 700 महिलाएं पारंपरिक महानाटी लगाएंगी।रात्रि सांस्कृतिक कार्यक्रम 24 से 26 नवंबर को सांय 6 से 10 बजे तक स्थानीय रामलीला मैदान में स्थित नागरिक मंच पर आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि रात्रि सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए स्टार कलाकारों का चयन शीघ्र किया जाएगा। मेले के सफल आयोजन को लेकर गठित विभिन्न कमेटियों के प्रमुखों की एक अंतिम समीक्षा बैठक 21 नवंबर को रखी गई है।
बैठक में एसडीएम निरमण्ड मनमोहन सिंह,तहसीलदार जय गोपाल शर्मा,नायब तहसीलदार टेक चंद चौहान, प्रशिक्षु तहसीलदार हरदयाल भूषण, नायब तहसीलदार शांता, बीडीसी उपाध्यक्ष बिंद राम वर्मा, नगर पंचायत निरमण्ड की अध्यक्षा ममता,उपाध्यक्ष विकास समेत तमाम पार्षद व विभिन्न विभागों के विभागाधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।
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