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राष्ट्रीय ग्रामीण अजीविका मिशन की समीक्षा बैठक हुई आयोजित।

राष्ट्रीय ग्रामीण अजीविका मिशन के तहत महिला सशक्तिकरण के लिए कारगर कदम उठाए जा रहे हैं। मण्डी जिला में छह हजार के करीब महिला किस...

राष्ट्रीय ग्रामीण अजीविका मिशन के तहत महिला सशक्तिकरण के लिए कारगर कदम उठाए जा रहे हैं। मण्डी जिला में छह हजार के करीब महिला किसानों की पहचान की गई है जिन्हें पोषणयुक्त मोटे अनाज की खेती के साथ जोड़ा जाएगा ताकि महिला किसानों की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ हो सके। यह जानकारी अतिरिक्त उपायुक्त निवेदिता नेगी ने सोमवार को डीआरडीए के सभागार में राष्ट्रीय अजीविका मिशन की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। उन्होंने कहा कि मण्डी जिला की जलवायु के अनुकूल पोषक अनाजों के प्रति महिला किसानों को जागरूक किया गया है ताकि पोषक अनाजों के संवर्धन की दिशा में आगे बढ़ा जा सके। इसके साथ ही राष्ट्रीय ग्रामीण अजीविका मिशन के तहत एग्री न्यूट्री गार्डन विकसित करने के लिए भी कारगर कदम उठाए जा रहे हैं इस के लिए स्वयं सहायता समूहों को प्रोत्साहित भी किया जा रहा है।

  एडीसी निवेदिता नेगी ने कहा कि स्वयं सहायता समूहों को उत्पादों के बेहतर विपणन के लिए ब्लाक स्तर पर वीकली मार्केट लगाने के लिए जगह चिन्हित की जाए ताकि स्वयं सहायता समूह मार्केट के माध्यम से अपने उत्पादों का विक्रय सुनिश्चित कर सकें। उन्होंने कहा कि न्यू ईरा के तहत भी ब्लाक स्तर पर स्वयं सहायता समूहों को उत्पाद विक्रय करने की सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है जिसमें बाली चैकी ब्लाक में हिमईरा की एक, चैंतड़ा में एक, धर्मपुर, द्रंग, गोहर, गोपालपुर, करसोग, सुन्दरनगर में हिम ईरा की एक-एक दुकान तथा मण्डी सदर ब्लाक में नौ तथा सिराज में दो हिम ईरा शाॅप के माध्यम से स्वयं सहायता समूहों को उत्पादों के विक्रय की सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है। इसके साथ ही उत्पादों की बेहतर प्रोसेसिंग और पैकिंग के लिए भी प्रशिक्षण दिया जाएगा। स्वयं सहायता समूहों को स्टार्ट अप के साथ भी जोड़ा जा रहा है ताकि स्वयं सहायता समूह बड़े पैमाने पर उत्पाद तैयार कर सकें।


जल शक्ति अभियान के तहत कैच द रेन कार्यक्रम की भी समीक्षा करते हुए अतिरिक्त उपायुक्त निवेदिता नेगी ने कहा कि जल संरक्षण के लिए जिला स्तर पर प्लान तैयार किया जाएगा इस के लिए जल शक्ति, ग्रामीण विकास विभाग, मृदा संरक्षण, वन विभाग आपसी समन्वय के साथ डाटा बेस उपलब्ध करवाएगा। उन्होंने कहा कि जल शक्ति मंत्रालय द्वारा निर्धारित मापदंडों के अनुसार जल शक्ति केंद्र का संचालन सुनिश्चित किया जाएगा ताकि लोगों को जल संरक्षण के बारे में जानकारी उपलब्ध करवाई जा सके। उन्होंने कहा कि जल संरक्षण को लेकर ग्राम सभाओं के माध्यम से लोगों को शपथ भी दिलाई जाएगी इस के लिए सभी विकास खंड अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए गए हैं।
 
  एडीसी निवेदिता नेगी ने विकास खण्ड अधिकारियों को अपने अपने क्षेत्रों में अमृत सरोवर निर्मित करने के लिए भी उचित कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं। एडीसी निवेदिता नेगी ने कहा कि मण्डी जिला में अमृत सरोवर के लिए 230 के करीब साइट्स चिन्हित की गई हैं जिसमें से 89 अमृत सरोवरों का कार्य पूर्ण हो चुका है जबकि 99 अमृत सरोवरों का कार्य प्रगति पर है। उन्होंने कहा कि जल संरक्षण की दिशा में ग्रामीण स्तर पर अमृत सरोवर विकसित करने पर विशेष फोक्स किया जा रहा है।
 
 इससे पहले उपनिदेशक डीआरडीए सोनू गोयल ने ग्रामीण विकास विभाग के माध्यम से चलाई जा रही राष्ट्रीय ग्रामीण अजीविका मिशन के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर उपनिदेशक कृषि राजेश डोगरा सभी विकास खंडों के अधिकारी तथा वन विभाग, जल शक्ति विभाग तथा ग्रामीण विकास परियोजना अधिकारी कार्यालय के कर्मचारी उपस्थित थे।

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