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कांगड़ा जिले के बाढ़ प्रभावितों को विशेष राहत पैकेज देगी सरकार जानिए क्या है पूरा मामला ?

  17 अगस्त। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार ने इस आपदा के समय प्रभावितों के लिए मुआवजा राशि बढ़ाने का निर्णय लिया है...

 



17 अगस्त।

मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार ने इस आपदा के समय प्रभावितों के लिए मुआवजा राशि बढ़ाने का निर्णय लिया है और इसके तहत इस क्षेत्र के बाढ़ प्रभावितों को भी बढ़ा हुआ मुआवजा प्रदान किया जाएगा।

उन्होंने खाद्य पदार्थों, चिकित्सा सुविधा, अन्य आवश्यक दवाओं सहित एंटी-वेनम दवाई पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने राधा स्वामी सत्संग भवन शेखपुरा में स्थापित राहत शिविर में प्रभावितों के साथ भोजन किया। मीडिया से अनौपचारिक बातचीत करते हुए सीएम सुक्खू कहा कि पौंग जलाशय के बहाव क्षेत्र में बाढ़ के कारण इंदौरा और फतेहपुर क्षेत्र की 27 पंचायतें प्रभावित हुई हैं, जिनमें से 22 पंचायतें अधिक प्रभावित हैं। इन क्षेत्रों से अब तक लगभग 1150 लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है। उन्होंने कहा कि भारतीय वायुसेना, सेना, राष्ट्रीय एवं राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल, पुलिस और होमगार्ड को बचाव अभियान में लगाया गया है।
स्वास्थ्य विभाग इन प्रभावित लोगों को चिकित्सा सहायता के अलावा आवास और भोजन भी देता है।  राज्य में पिछले 50 वर्षों में हुई सबसे खराब प्राकृतिक आपदा ने घरों और फसलों को बहुत नुकसान पहुंचा है। इन क्षेत्रों को राहत और मुआवजा मिलेगा। प्रदेश सरकार ने बाढ़ प्रभावितों को अधिक मुआवजा देने का फैसला किया है. इस क्षेत्र के बाढ़ प्रभावितों को बढ़ाया गया मुआवजा मिलेगा। मकानों को आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त होने पर एक लाख रुपये की सहायता राशि दी जाएगी, साथ ही उनके पुनर्निर्माण में हर संभव मदद दी जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि प्राकृतिक आपदा से प्रभावित विद्यार्थियों के लिए अतिरिक्त कक्षाएं उपलब्ध कराई जाएं।
उन्होंने प्रशासन को इन सभी प्रवासी मज़दूरों को रोजमर्रा का सामान उपलब्ध करवाने के भी निर्देश दिए। विधानसभा मानसून सत्र के मुद्दे पर विपक्ष पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे प्रदेश भर में इस आपदा के समय सरकार की प्राथमिकता बचाव और राहत उपाय कर स्थिति को सामान्य करना है। उन्होंने कहा कि यदि इस समय सत्र बुलाया जाता है तो बचाव और राहत अभियान में लगे सुरक्षाकर्मियों को विधानसभा से संबंधित कर्त्तव्यों के लिए तैनात करना होगा, जिससे राहत प्रक्रिया में बाधा आएगी। काठगढ़ शिव मंदिर समिति के अध्यक्ष ओपी कटोच ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए एक लाख रुपये का चेक भेंट किया। इस अवसर पर कृषि मंत्री चंद्र कुमार, विधायक भवानी सिंह पठानिया और मलेंदर राजन, राज्य औद्योगिक विकास निगम के उपाध्यक्ष एवं पूर्व विधायक अजय महाजन, उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल, पुलिस जिला नूरपुर के पुलिस अधीक्षक अशोक रतन सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

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