Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Grid

GRID_STYLE

Hover Effects

TRUE

Breaking News

latest

सी.पी.आई (एम) ने भारी बारिश से निरमण्ड खण्ड में हुए नुकसान को लेकर तहसील कार्यालय निरमण्ड के बाहर किया धरना प्रदर्शन।

सी.पी.एम. की राज्य कमेटी के आह्वान पर निरमण्ड में तहसील कार्यालय के बाहर निरमण्ड ब्लॉक में हॉल ही मे हुई भारी बारिश से हुए नुकसा...

सी.पी.एम. की राज्य कमेटी के आह्वान पर निरमण्ड में तहसील कार्यालय के बाहर निरमण्ड ब्लॉक में हॉल ही मे हुई भारी बारिश से हुए नुकसान की मुआवजे की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया गया।
     इस विरोध प्रदर्शन को सी.पी.एम. लोकल एरिया कमेटी रामपुर के सचिव देवकी नंद,लोकल कमेटी निरमण्ड के सचिव पूरण ठाकुर,एरिया कमेटी रामपुर के सदस्य रंजीत ठाकुर,कश्मीरी लाल ने संबोधित किया।
      प्रदर्शन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश मे भारी बारिश से प्रदेश में लगभग बारह हजार करोड़ का नुकसान अभी तक हुआ है।इसमे 439 लोगों की जान गई है और 36 लोग लापता हैं। इससे लगभग दो हज़ार घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए हैं तथा दस हजार से ज्यादा मकान को आंशिक क्षति हुई है। 312 दुकानों के साथ साथ 5517 गौशालाओं को नुकसान पहुंचा है तथा कई हजार पशु मरे व कई बीघा जमीन व फसल को नुकसान हुआ है।इस भारी बारिश से कई लोगों के घर बह जाने से लोग बेघर व भूमिहीन हो गए हैं। लोगों ने अपने जीवन यापन के साधन खोए हैं और गरीब लोगों का जीना मुश्किल हो गया है।
    
     उन्होंने कहा कि प्रदेश मे जिस तरह से नुकसान हुआ है प्रदेश सरकार के लिए इसकी भरपाई करना बहुत ही मुश्किल है क्योंकि प्रदेश सरकार के पास इतने साधन नही है।इसलिए सीपीएम मांग करती है कि इस आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित किया जाए या प्रदेश सरकार को एकमुश्त दस हजार करोड़ रुपये की राशि दी जाए।
    उन्होंने कहा कि भारी बारिश से परिवहन का एकमात्र साधन सड़क मार्ग भी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हुआ है ।जिस कारण किसानों को सेब,सब्जी अन्य फसलें मंडियों तक ले जाना मुश्किल हो रहा है।आम जनता को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।आज भी कई गांव मे पेयजल योजनाएं बंद पड़ी हैं।
      उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार भी जिन लोगों का नुकसान हुआ है उनको अभी तक उस नुकसान का मुआवजा नही दिया गया है केवल राहत के तौर पर कुछ रुपये,तिरपाल दिए गए हैं जो काफी नहीं हैं। इसलिए जिन लोगो का जो नुकसान हुआ है उसको मुआवजा तुरंत दिया जाए।
   उन्होंने विपक्ष में बैठी भाजपा पर भी निशाना साधते हुए कहा कि केंद्र सरकार हिमाचल की पूरीमदद कर रही है जो कि केवल लोगो को गुमराह करना है जो चार सौ करोड़ केंद्रीय मंत्री श्री नितिन गडकरी जी ने दिये हैं वो केवल राष्टीय उच्च मार्गों को ठीक करने के लिए दिए हैं,राष्ट्रीय उच्च मार्गों व फोरलेन को ठीक करने की जिम्मेवारी तो केंद्र सरकार की ही होती है तो यह राहत राशि नही हो सकती है।अभी तक केंद्र सरकार से जो पैसा आया है वो केवल दो सौ करोड़ राष्ट्रीय आपदा राहत कोष से आया है।
        उन्होंने कहा कि निरमण्ड ब्लॉक में भी इस बारिश से काफी नुकसान हुआ है।कई लोगों के गिरे हैं तथा कई लोगों के मकानों को आंशिक रूप से नुकसान पहुंचा है,जमीन व फसल बर्वाद हुई है, पशु मरे हैं।सड़कों व पानी की सप्लाई बंद पड़ी है।
     उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा अभी तक इन प्रभावित परिवारों को नुकसान का मुआवजा नही दिया गया हैं,जो कि इन प्रभावित परिवारों के साथ  अन्याय है।सी.पी.एम. मांग करती है कि केंद्र सरकार हिमाचल मे आई आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित करे और दस हजसर करोड़ की एकमुश्त सहायता राधि दी जाए,प्रदेश की सरकार भी जिन लोगों का नुकसान हुआ है उन परिवारों को राहत राशि तुरंत दी जाए,जिन परिवारों की जमीन नष्ट हुई है उनको जमीन दी जाए,जो परिवार बेघर हुए हैं उनको घर बनाने के लिए तीन बिस्वा जमीन दी जाए,बंद पड़ी सड़कों,पानी की सप्लाई व बस के बंद पड़े रुट को तुरंत बहाल किया जाए।
    इस प्रदर्शन में पर्स राम,दुर्गा नंद,चंदेल कुमार,भाग चंद,हुकम चंद,हितेश,हीरा लाल,आशा देवी,शेर सिंह,डोला राम,डिनू राम,मनोहर लाल,मोती राम,रमेश कुमार ,दमयंती, अनिता, देवी,सन्नी राणा, केवल राम,अवस्ती,पाला राम आदि शामिल थे।

No comments