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अतिथि शिक्षक के नाम पर प्रदेश के पढ़े लिखे युवाओं को धोखा दे रही सरकार - दुशाला संस्टा

  *अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद शिमला* *स्टाप गैप अरेंजमेंट के नाम पर प्रदेश के युवाओं से छल कर रही सरकार - अ.भा. वि. प.* ------------------...

 

*अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद शिमला*



*स्टाप गैप अरेंजमेंट के नाम पर प्रदेश के युवाओं से छल कर रही सरकार - अ.भा. वि. प.*



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दिनांक 25/11/2023



अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद शिमला की जिला संयोजक दुशाला संस्टा ने बयान जारी करते हुए कहा है की हिमाचल प्रदेश में विश्वविद्यालय (एचपीयू)

शिमला की तर्ज पर प्रदेश सरकार

स्कूल व कालेजों में भी अतिथि

शिक्षक (गेस्ट फैकल्टी ) की नियुक्ति

करने की तैयारी में है। छठी कक्षा से

कालेज तक के विद्यार्थियों को पढ़ाने

का जिम्मा इन्हें दिया जाएगा। यह फैसला शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान लिया गया वह मुख्यमंत्री ने विभाग को इसका प्रस्ताव बना कर मंत्रीमंडल को सौंपने के निर्देश दिए है |


विद्यार्थी परिषद का कहना है की गैप अरेंजमेंट के नाम पर स्कूली स्तर से कॉलेज स्तर तक अब अतिथि शिक्षको के भरोसे छात्रों को पढ़ाया जाएगा कही न कही इस कारण शिक्षण संस्थानों में शिक्षा ग्रहण कर रहे छात्रों वह सालों की मेहनत के बाद नेट, सेट की परीक्षा को उत्तीर्ण कर अपने भविष्य को उज्जवल बनाने के स्वपन लिए युवाओं के साथ धोखा है , अतिथि शिक्षक के नाम पर प्रदेश के हजारों युवाओं को उनकी शिक्षा पूर्ण करने के बाद में स्थाई तौर से रोजगार ना दे पाना और चुनाव के पहले प्रदेश के लाखो युवाओं को रोजगार के सपने दिखाना कही न कही आज हिमाचल सरकार का असली चेहरा हिमाचलवासियो के सामने आ चुका है | 


        एक तरफ तबादले या सेवानिवृत्ति

से खाली हुए पदों पर अतिथि शिक्षक को

नियुक्त किए जाने की बात की जा रही है वही दूसरी तरफ हिमाचल के विश्वविद्यालय के अंदर ऐसे हजारों छात्र जो सालों की मेहनत के बाद नौकरी पाने का एक मौका खोज रहे हैं निश्चित रूप से अतिथि शिक्षक भर्ती की खबर से ऐसे सभी युवाओं के अंदर की पीड़ा सरकार के खिलाफ सड़कों पर आने के लिए तैयार बैठी है |


 नए बदलाव वह व्यवस्था परिवर्तन के नाम पर युवाओं में बड़ रहा रोष


हिमाचल में जब से वर्तमान की सरकार आई है उस समय से ही चाहे वह व्यवस्था परिवर्तन ने नाम पर हो चाहे वह शिक्षा के क्षेत्र में नए प्रयोग करना हो इन सभी निर्णयों से यह साफ दिखता है की प्रदेश के शिक्षा को किराए में देने का प्रयास हो रहा है ,वह बिना किसी लंबी सोच के प्रदेश सरकार अपना समय निकालने की मंशा के कार्य कर रही है |

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल सरकार को चेतावनी देते हुए यह कहना चाहती है की इस प्रकार के छात्र वह युवा विरोधी फैसलों को लेने से पहले प्रदेश के भविष्य के बारे में सोचा जाना चाइए वह इस प्रकार के किसी भी फैसले का विद्यार्थी परिषद कड़ा विरोध करती है |

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