Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Grid

GRID_STYLE

Hover Effects

TRUE

Breaking News

latest

सम्राट सुल्तान इब्राहिम इस्कंदर की तोपों की सलामी के साथ धूमधाम से हुई ताजपोशी, जानें सम्राट बनने पर क्या-क्या मिला

  सम्राट सुल्तान इब्राहिम इस्कंदर की तोपों की सलामी के साथ धूमधाम से हुई ताजपोशी, जानें सम्राट बनने पर क्या-क्या मिला Maleshiya News:  मलेशि...

 सम्राट सुल्तान इब्राहिम इस्कंदर की तोपों की सलामी के साथ धूमधाम से हुई ताजपोशी, जानें सम्राट बनने पर क्या-क्या मिला

Maleshiya News: मलेशिया के नये अरबपति सम्राट सुल्तान इब्राहिम इस्कंदर की शनिवार को परंपरा के अनुरूप तोपों की सलामी समेत पूरे धूमधाम के साथ ताजपोशी की गई. उन्होंने पांच साल के कार्यकाल के दौरान निष्पक्ष रूप से शासन करने का संकल्प लिया.

सुल्तान इब्राहिम (65) ने 31 जनवरी को शपथ ली थी. यहां के ‘नेशनल पैलेस’ में आयोजित एक भव्य समारोह में 20 जुलाई को सुल्तान इब्राहिम इस्कंदर का औपचारिक रूप से मलेशिया के 17वें सम्राट के रूप में राज्याभिषेक किया गया

काले और सुनहरे रंग की पारंपरिक औपचारिक पोशाक और टोपी पहने सुल्तान इब्राहिम और रानी रजा जरीथ सोफिया को सिंहासन पर आसीन होने से पहले सैन्य सलामी दी गई. अन्य शाही परिवारों के प्रमुख, ब्रुनेई के सुल्तान हसनल बोलकिया और बहरीन के सुल्तान हमद ईसा अल खलीफा सिंहासन के बगल में एक मंच पर बैठे थे. ताजपोशी की रस्म की शुरुआत में सुल्तान को कुरान की एक प्रति भेंट की गई, जिसको उन्होंने चूम लिया.

सम्राट बनने पर क्या मिला?

नये सम्राट को शक्ति का प्रतीक एक ‘सोने का खंजर’ प्राप्त हुआ. प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने अपनी सरकार की निष्ठा का संकल्प व्यक्त करते हुए कहा कि शाही संस्था राष्ट्र की ताकत का एक स्तंभ है. इसके बाद उन्होंने सुल्तान इब्राहिम को मलेशिया का नया सम्राट घोषित किया. सुल्तान इब्राहिम ने अपने राज्याभिषेक भाषण में कहा, ”ईश्वर की इच्छा से, मैं अपने कर्तव्यों का निष्ठापूर्वक और ईमानदारी से पालन करूंगा और निष्पक्ष शासन करूंगा.”उन्होंने अनवर की सरकार से लोगों की आजीविका में सुधार और देश के विकास को बढ़ावा देने के प्रयास तेज करने का भी आग्रह किया. सुल्तान के शपथ लेने के बाद हॉल में मौजूद मेहमानों ने तीन बार ‘सम्राट अमर रहें’ के नारे लगाए.

ऐसी राजशाही और कहीं नहीं

सुल्तान इब्राहिम इस्कंदर एक अद्वितीय ‘परिवर्तनशील राजशाही’ प्रणाली के तहत काम करेंगे. नौ जातीय मलय राज्य के शासक देश की ‘परिवर्तनशील राजशाही’ के तहत पांच साल के लिए मलेशिया के सम्राट बनते हैं, जिसकी शुरुआत 1957 में मलेशिया को ब्रिटेन से आजादी मिलने के बाद हुई थी. मलेशिया में 13 राज्य हैं, लेकिन केवल नौ में शाही परिवार हैं. कुछ राज्यों की जड़ें सदियों पुराने मलय साम्राज्य से जुड़ी हैं, जो अंग्रेजों द्वारा एक साथ लाए जाने तक स्वतंत्र राज्य थे.

कितनी है सम्राट के पास शक्ति?

मलेशिया में सम्राट की केवल रस्मी भूमिका है, जबकि प्रशासनिक शक्तियां प्रधानमंत्री और संसद में निहित हैं. सम्राट सरकार और सशस्त्र बलों के नाममात्र के प्रमुख होते हैं और उन्हें इस्लाम और मलय परंपराओं का संरक्षक माना जाता है. सभी कानूनों, कैबिनेट नियुक्तियों और आम चुनाव के लिए संसद सत्र को भंग करने के लिए उनकी औपचारिक मंजूरी की आवश्यकता होती है.

सिंगापुर की सीमा से लगे दक्षिणी जोहोर राज्य के सुल्तान इब्राहिम देश के सबसे अमीर व्यक्तियों में से एक हैं. उनका व्यापार टेलीकॉम से लेकर रियल एस्टेट तक फैला हुआ है. नये सम्राट शानदार कारों और मोटरबाइक के अपने संग्रह के लिए जाने जाते हैं और उनके पास खुद की एक छोटी सी निजी सेना (आधुनिक मलेशिया में शामिल होने पर उनके राज्य को यह रियायत दी गई थी) है. सुल्तान मलेशियाई राजनीति के बारे में मुखर रहे हैं और उन्होंने भ्रष्टाचार और नस्ली भेदभाव के बारे में भी बात की है.

कितनी है दौलत?

ब्लूमबर्ग के अनुसार, सुल्तान की 5.7 बिलियन डॉलर की अनुमानित संपत्ति है. भारतीय रुपये में ये करीब 47 लाख करोड़ रुपये होती है. माना जाता है कि सुल्तान इब्राहिम की संपत्ति की वास्तविक सीमा इससे कहीं अधिक है. उनका महल भी बेमिसाल है. उनके पास 300 से अधिक लक्जरी कारें हैं. इनमें एडॉल्फ हिटलर द्वारा कथित तौर पर उपहार में दी गई एक कार भी शामिल है. वहीं सोने और नीले रंग की बोइंग 737 सहित निजी जेट का एक बेड़ा भी है. इनके परिवार के पास एक निजी सेना भी है.

No comments