ओलंपिक 2024 के उद्घाटन समारोह में दिखा रहस्यमयी नकाबपोश मशालवाहक Paris Olympics 2024: पेरिस ओलंपिक 2024 (Paris Olympics 2024) का उद्घा...
ओलंपिक 2024 के उद्घाटन समारोह में दिखा रहस्यमयी नकाबपोश मशालवाहक

Paris Olympics 2024: पेरिस ओलंपिक 2024 (Paris Olympics 2024) का उद्घाटन समारोह सीन नदी के किनारे हुआ। ओलंपिक इतिहास में पहली बार, यह समारोह स्टेडियम के बाहर आयोजित किया गया। इसमें सीन नदी के 6 किलोमीटर के हिस्से में 205 देशों के लगभग 7,000 एथलीटों को लेकर 85 नावें शामिल थीं। समारोह में दो अनोखी बातें दिखीं। एक नकाबपोश मशालवाहक छतों पर दौड़ता नजर आया। वहीं, एक ने टोपी से चेहरा ढंक रखा था। धातु के घोड़े पर सवार वह व्यक्ति ओलंपिक ध्वज लेकर गया।
कौन थे दो नकाबपोश?
धातु के घोड़े पर फ्लोरियन इस्सर्ट सवार थी। वह जेंडरमेरी नेशनले में एक गैर-कमीशन अधिकारी हैं। नदी में एक नाव के ऊपर धातु के घोड़े जैसी संरचना बनाई गई थी। नाव के नदी में आगे बढ़ने के साथ ही घोड़े के दौड़ने जैसा दृश्य रचा गया। फ्लोरियन जमीन पर आईं तो असली घोड़े पर सवार हुईं। उसके पीछे, ओलंपिक गेम्स के स्वयंसेवकों ने राष्ट्रीय ध्वज उठाए।
इमारतों की छतों पर दौड़ता दिखा रहस्यमयी मशालवाहक
उद्घाटन समारोह के दौरान एक और रहस्यमयी मशालवाहक दिखे। उन्होंने अपने चेहरे पर नकाब लगाया हुआ था और काले रंग का लबादा पहने थे। वह रस्सी से लटकते हुए आए और इमारतों की छतों पर फिर सड़क पर दौड़ लगाई। पूरे समारोह के दौरान उनकी पहचान गुप्त रखी गई। जुलूस के अंत में वे महान फुटबॉलर जिनेदिन जिदान से मिले उन्हें मशाल दिया और गायब हो गए।
लेडी गागा के प्रदर्शन से हुई उद्घाटन समारोह की शुरुआत
पेरिस ओलंपिक 2024 के उद्घाटन समारोह की शुरुआत लेडी गागा के प्रदर्शन से हुई। समारोह के दौरान फ्रांसीसी संस्कृति, इतिहास और खेल को श्रद्धांजलि दी गई। 205 राष्ट्रीय ओलंपिक समितियों (एनओसी) के एथलीटों ने परेड में भाग लिया। परेड सीन नदी के किनारे से गुजरी और एफिल टॉवर, नोट्रे-डेम और ग्रैंड पैलेस जैसे प्रतिष्ठित स्थलों से गुजरी।
जिदान के अलावा ओलंपिक मशाल को टेडी रिनर और मैरी-जोस पेरेक के साथ-साथ स्पेनिश टेनिस स्टार राफेल नडाल ने भी उठाया। सेलीन डायोन ने एफिल टॉवर की बालकनी से L’hymne à l’amour का प्रदर्शन किया। इसके बाद गर्म हवा के गुब्बारे से जुड़ी कड़ाही आसमान में उठी। इस समारोह को देखने के लिए सीन नदी के किनारे 320,000 लोग जुटे। दुनिया भर के लाखों लोगों ने इसे देखा।
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