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Updates: कल TMC की रैली में शामिल होंगे अखिलेश यादव; मुदा मामले में सिद्धारमैया की बढ़ सकती हैं मुश्किलें

 Updates: कल TMC की रैली में शामिल होंगे अखिलेश यादव; मुदा मामले में सिद्धारमैया की बढ़ सकती हैं मुश्किलें पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता क...

 Updates: कल TMC की रैली में शामिल होंगे अखिलेश यादव; मुदा मामले में सिद्धारमैया की बढ़ सकती हैं मुश्किलें



पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के धर्मतला में 21 जुलाई रैली निकाली जाएगी। इस कार्यक्रम के एक दिन पहले ही तृणमूल कार्यकर्ताओं का जमघट लगना शुरू हो गया है। वहीं इस रैली में समाजवादी पार्टी के प्रमुख और सांसद अखिलेश यादव भी हिस्सा लेंगे। 

बड़ी संख्या में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के कार्यकर्ता कोलकाता पहुंच रहे हैं। कोरोना महामारी के कारण पिछले दो सालों से यह सभा नहीं हो सकी थी। इस साल इस सभा में लाखों लोगों के शामिल होने की संभावना है। टीएमसी नेता कुणाल घोष ने बताया कि अखिलेश यादव कल कोलकाता में टीएमसी की धर्मतला रैली में शामिल होंगे।
बता दें कि 21 जुलाई 1993 को ममता बनर्जी के नेतृत्व में राइटर्स अभियान के दौरान 13 लोगों की जान चली गई थी। उस दौरान ममता बनर्जी युवा कांग्रेस अध्यक्ष थीं, लेकिन तृणमूल कांग्रेस के गठन के बाद ममता बनर्जी हर साल 21 जुलाई को शहीद दिवस के रूप में मनाती रही हैं।
मुदा मामले में CM सिद्धारमैया की बढ़ीं मुश्किलें, BJP नेता रमेश ने दर्ज कराई शिकायत 
भाजपा नेता एनआर रमेश ने मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण (मुदा) घोटाले के सिलसिले में कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और अन्य के खिलाफ शिकायत दर्ज कराते हुए मामले की जांच की मांग की।

क्या है मामला?
कर्नाटक में भूमि आवंटन घोटाला सुर्खियों में रहा है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री की पत्नी 2021 में भाजपा के कार्यकाल के दौरान मुदा की लाभार्थी थीं। उस समय मैसूर के प्रमुख स्थानों में 38,284 वर्ग फुट भूमि उन्हें उनकी 3.16 एकड़ जमीन के कथित अवैध अधिग्रहण के मुआवजे के रूप में आवंटित की गई थी। मैसूर के केसारे गांव में उनकी 3.16 एकड़ जमीन उनके भाई मल्लिकार्जुन ने उन्हें उपहार में दी थी। मुआवजे के तौर पर दक्षिण मैसूर में एक प्रमुख इलाके में उन्हें जमीन दी गई। आरोप है कि केसर गांव की जमीन की तुलना में इसकी कीमत काफी अधिक है। इसके कारण मुआवजे की निष्पक्षता पर सवाल उठाए गए हैं।

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