हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड के मीटर एंड टेस्टिंग गोदाम में लगी भीषण आग, लाखों का हुआ नुकसान शिमला : हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले में ...
हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड के मीटर एंड टेस्टिंग गोदाम में लगी भीषण आग, लाखों का हुआ नुकसान
शिमला: हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले में स्थित राज्य विद्युत बोर्ड के मीटर एंड टेस्टिंग (M&T) गोदाम में बीती रात भीषण आग लग गई। इस हादसे में गोदाम में रखे लाखों रुपये के उपकरण और सामग्री जलकर खाक हो गए। आग पर काबू पाने के लिए दमकल विभाग की कई गाड़ियाँ मौके पर पहुंचीं और घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया।
आग का कारण अभी अज्ञात
आग लगने का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है, लेकिन प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट को संभावित कारण माना जा रहा है। घटना के समय गोदाम में कोई कर्मचारी मौजूद नहीं था, जिससे जनहानि की सूचना नहीं है।
लाखों का नुकसान
गोदाम में रखे मीटर, ट्रांसफार्मर, केबल्स, और अन्य विद्युत उपकरणों के जलने से लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। विद्युत बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि आग में नष्ट हुए उपकरणों की सही लागत का आकलन किया जा रहा है, लेकिन प्रारंभिक अनुमान के अनुसार यह नुकसान लाखों रुपये तक पहुँच सकता है।
जांच के आदेश
घटना के बाद विद्युत बोर्ड के उच्च अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने घटना की गंभीरता को देखते हुए एक विशेष जांच समिति का गठन किया है, जो आग लगने के कारणों की जांच करेगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचाव के उपाय सुझाएगी।
दमकल विभाग की तत्परता
दमकल विभाग की तत्परता के चलते आग को गोदाम के अन्य हिस्सों और आसपास के क्षेत्रों में फैलने से रोक लिया गया। शिमला के मुख्य अग्निशमन अधिकारी ने बताया कि आग लगने की सूचना मिलते ही दमकल की गाड़ियाँ तुरंत मौके पर पहुंचीं और तेजी से कार्रवाई करते हुए आग पर काबू पाया गया। उन्होंने कहा कि यदि आग पर समय रहते काबू नहीं पाया जाता, तो यह एक बड़ी दुर्घटना में तब्दील हो सकती थी।
स्थानीय प्रशासन सतर्क
स्थानीय प्रशासन ने घटना के बाद आसपास के क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति को अस्थायी रूप से बंद कर दिया, ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय स्थिति से बचा जा सके। उन्होंने कहा कि आग लगने की घटना के बाद पूरे क्षेत्र में सतर्कता बढ़ा दी गई है, और इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
भविष्य की योजनाएँ
इस घटना के बाद विद्युत बोर्ड ने अपने सभी गोदामों और अन्य महत्वपूर्ण स्थलों की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करने का निर्णय लिया है। बोर्ड के एक अधिकारी ने बताया कि सभी गोदामों में अग्नि सुरक्षा उपकरणों की उपलब्धता और उनकी कार्यक्षमता की जांच की जाएगी, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।
स्थानीय जनता की प्रतिक्रिया
घटना के बाद स्थानीय लोगों में चिंता का माहौल है। वे इस बात को लेकर चिंतित हैं कि अगर आग पर समय पर काबू नहीं पाया गया होता, तो यह उनके घरों और अन्य संपत्तियों को भी नुकसान पहुँचा सकती थी। स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए और अधिक सख्त उपाय करने की मांग की है।
सुरक्षा उपायों की कमजोरियां
इस घटना ने राज्य विद्युत बोर्ड के गोदामों में सुरक्षा उपायों की कमजोरियों को उजागर किया है। अब देखना यह है कि जांच समिति किस निष्कर्ष पर पहुँचती है और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए क्या कदम उठाए जाते हैं। इस बीच, नुकसान का आकलन किया जा रहा है और प्रभावित उपकरणों के बदले में नए उपकरणों की व्यवस्था की जा रही है, ताकि विद्युत आपूर्ति में कोई बाधा न आए।
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