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IGMC में 12 अगस्त से नहीं मिलेगी OPD की सुविधा, मरीजों को अब इस अस्पताल का करना होगा रुख

  Shimla: IGMC में 12 अगस्त से नहीं मिलेगी OPD की सुविधा, मरीजों को अब इस अस्पताल का करना होगा रुख   आईजीएमसी अस्पताल की सुपर स्पैशियलिटी ओप...

 

Shimla: IGMC में 12 अगस्त से नहीं मिलेगी OPD की सुविधा, मरीजों को अब इस अस्पताल का करना होगा रुख




 


आईजीएमसी अस्पताल की सुपर स्पैशियलिटी ओपीडी सेवाएं चमियाना शिफ्ट

हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (आईजीएमसी) में आने वाले मरीजों के लिए एक महत्वपूर्ण बदलाव होने जा रहा है। आईजीएमसी के सुपर स्पैशियलिटी विभाग की ओपीडी सेवाओं को 12 अगस्त से अटल सुपर स्पैशियलिटी संस्थान चमियाना में शिफ्ट किया जाएगा। यह निर्णय अस्पताल प्रशासन द्वारा एक संयुक्त प्रेस वार्ता के दौरान घोषित किया गया, जिसमें आईजीएमसी अस्पताल के एमएस डॉ. राहुल राव, चमियाना अस्पताल के प्रिंसिपल डॉ. बृज शर्मा और चमियाना अस्पताल के एमएस डॉ. सुधीर शर्मा शामिल थे।

ओपीडी सेवाओं का चमियाना में स्थानांतरण

डॉ. राहुल राव ने बताया कि यह स्थानांतरण निर्णय मरीजों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के उद्देश्य से लिया गया है। उन्होंने कहा कि 12 अगस्त से आईजीएमसी में सुपर स्पैशियलिटी विभाग की कोई भी ओपीडी नहीं लगेगी। इसके बदले, सभी ओपीडी सेवाएं चमियाना में उपलब्ध होंगी। इस परिवर्तन का उद्देश्य मरीजों को बेहतर और व्यापक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना है, जिससे उन्हें उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा सुविधाओं का लाभ मिल सके।

आपातकालीन सेवाएं जारी रहेंगी

डॉ. बृज शर्मा ने बताया कि सुपर स्पैशियलिटी विभागों की आपातकालीन सेवाएं और ऑपरेशन आईजीएमसी अस्पताल में जारी रहेंगे। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि रूटीन ओपीडी सेवाएं अब चमियाना अस्पताल में ही संचालित होंगी। सितम्बर के अंतिम सप्ताह तक ओपीडी के अलावा पूरी तरह से इन विभागों को चमियाना अस्पताल शिफ्ट किए जाने की योजना है।

चमियाना अस्पताल में शिफ्ट होने वाले विभाग

चमियाना अस्पताल में इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज शिमला से शिफ्ट होने वाले सुपर स्पैशियलिटी विभागों में न्यूरो सर्जरी, कार्डियोलॉजी, गैस्ट्रोलॉजी, प्लास्टिक सर्जरी, यूरोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, एंडोक्रिनोलॉजी सर्जरी आदि शामिल हैं। डॉ. सुधीर शर्मा ने बताया कि यह बदलाव मरीजों को अधिक सुविधाजनक और व्यापक चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

मरीजों के लिए क्या बदलाव होंगे?

इस बदलाव से मरीजों को कुछ महत्वपूर्ण  बदलावों का सामना करना पड़ेगा। आईजीएमसी में आने वाले मरीजों को अब ओपीडी सेवाओं के लिए चमियाना अस्पताल जाना होगा। यह बदलाव उनके लिए शुरू में असुविधाजनक हो सकता है, लेकिन लंबे समय में यह उनकी चिकित्सा आवश्यकताओं के लिए अधिक सुविधाजनक और लाभकारी होगा। चमियाना अस्पताल में अधिक आधुनिक उपकरण और विशेषज्ञ डॉक्टरों की उपलब्धता से मरीजों को उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा सेवाएं प्राप्त होंगी।

प्रभावित मरीजों की संख्या

आईजीएमसी में दैनिक रूप से बड़ी संख्या में मरीज ओपीडी सेवाओं के लिए आते हैं। सुपर स्पैशियलिटी विभागों की ओपीडी सेवाओं के चमियाना में स्थानांतरित होने से प्रभावित मरीजों की संख्या काफी अधिक हो सकती है। इसके बावजूद,

 अस्पताल प्रशासन का मानना है कि यह परिवर्तन मरीजों के लिए अधिक लाभकारी साबित होगा।

सुविधाएं और सेवाएं

चमियाना अस्पताल में स्थानांतरित होने वाले सुपर स्पैशियलिटी विभागों में न्यूरो सर्जरी, कार्डियोलॉजी, गैस्ट्रोलॉजी, प्लास्टिक सर्जरी, यूरोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, एंडोक्रिनोलॉजी सर्जरी आदि शामिल हैं। इन विभागों में मरीजों को विशेष चिकित्सा सेवाएं और सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। साथ ही, चमियाना अस्पताल में आधुनिक चिकित्सा उपकरण और तकनीकी सुविधाएं उपलब्ध होंगी, जिससे मरीजों को बेहतर इलाज मिल सकेगा।

अस्पताल प्रशासन का दृष्टिकोण

आईजीएमसी और चमियाना अस्पताल के प्रशासन का मानना है कि यह परिवर्तन एक महत्वपूर्ण कदम है जो हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में सुधार लाएगा। डॉ. राहुल राव ने कहा कि यह निर्णय मरीजों की चिकित्सा आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए लिया गया है और इससे उन्हें उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा सेवाएं प्राप्त होंगी।

सारांश

हिमाचल प्रदेश के इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (आईजीएमसी) शिमला में सुपर स्पैशियलिटी विभाग की ओपीडी सेवाओं का 12 अगस्त से अटल सुपर स्पैशियलिटी संस्थान चमियाना में स्थानांतरण किया जाएगा। इस बदलाव का उद्देश्य मरीजों को बेहतर और व्यापक चिकित्सा सेवाएं प्रदान करना है। आईजीएमसी में आपातकालीन सेवाएं जारी रहेंगी, जबकि रूटीन ओपीडी सेवाएं चमियाना अस्पताल में संचालित होंगी। इस परिवर्तन से मरीजों को उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा सुविधाएं प्राप्त होंगी और स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में सुधार होगा।

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