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मुरादाबाद समाचार: एक मासूम बच्ची घर के बाहर खेलते समय नाले में गिर गई, जिससे उसकी जान चली गई, और मोहल्ले में हड़कंप मच गया।

  सार भोजपुर के मोहल्ला बागियावाला में मंगलवार को एक दुखद घटना में दो साल की बच्ची की कच्चे नाले में गिरकर मौत हो गई। बच्ची घर के बाहर खेल र...

 सार

भोजपुर के मोहल्ला बागियावाला में मंगलवार को एक दुखद घटना में दो साल की बच्ची की कच्चे नाले में गिरकर मौत हो गई। बच्ची घर के बाहर खेल रही थी, जिससे परिजनों में गहरा शोक व्याप्त है। नगर पंचायत के चेयरमैन ने घटना के बाद आश्वासन दिया है कि मोहल्ले में जल निकासी के लिए पक्के नाले का निर्माण शीघ्र किया जाएगा। 


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इस घटना के बाद मोहल्ले में मातम छा गया, जब स्थानीय लोगों ने बच्ची का शव नाले से बाहर निकाला। मोहल्ले के निवासियों ने नगर पंचायत पर लापरवाही का आरोप लगाया है। 

मोहम्मद आरिफ के घर के सामने स्थित कच्चा नाला वर्षों से जल निकासी की समस्या का कारण बना हुआ है, लेकिन नगर पंचायत के अधिकारियों ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया है।


इसके परिणामस्वरूप कच्चे नाले में गंदा पानी जमा होता रहता है। मोहम्मद आरिफ मंगलवार को काम पर गया था, जबकि उसकी पत्नी घर पर थी। उनकी दो साल की बेटी अनबिया बेबी दोपहर में घर के बाहर खेल रही थी। इसी दौरान, उसका पैर फिसल गया और वह कच्चे नाले में गिर गई, जिससे उसकी मृत्यु हो गई।


जब परिजनों ने घर के बाहर अनबिया को नहीं देखा, तो उनकी खोज शुरू हुई। कई घंटों बाद मोहल्ले के लोगों ने नाले में बच्ची का पैर देखा। जब परिजनों ने उसे नाले से निकाला, तो वह मृत अवस्था में थी। बच्ची की नाले में डूबने की खबर तेजी से पूरे मोहल्ले में फैल गई, जिससे मोहम्मद आरिफ के घर पर लोगों की भीड़ जुट गई।


मोहम्मद आरिफ ने जानकारी दी कि अनबिया उसकी बड़ी बेटी थी, जबकि उसकी दूसरी बेटी केवल छह माह की है। देर शाम एक दुखद माहौल में बच्ची का अंतिम संस्कार किया गया। मोहल्ले के निवासियों का कहना है कि जल निकास की समस्या पिछले लगभग एक दशक से बनी हुई है, और नगर पंचायत इस मुद्दे के समाधान के प्रति उदासीन बनी हुई है।


नगर पंचायत की चेयरमैन फरखंदा जबी ने बताया कि मोहल्ले में जल निकास की समस्या लगभग दस साल पुरानी है। इस समस्या के समाधान के लिए पक्के नाले का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए छह महीने पहले चार करोड़ रुपये की लागत से नाला निर्माण का प्रस्ताव शासन को भेजा गया था, लेकिन अभी तक शासन से धनराशि प्राप्त नहीं हुई है। जैसे ही शासन से धनराशि मिलेगी, जल निकास की समस्या का समाधान कर दिया जाएगा।


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