हिमाचल प्रदेश आईटीआई में कम विद्यार्थी ट्रेड मर्ज किए जाएंगे। प्रदेश में तकनीकी शिक्षा को और मजबूत करने के लिए पड़ोसी राज्यों के मॉडलों को...
हिमाचल प्रदेश आईटीआई में कम विद्यार्थी ट्रेड मर्ज किए जाएंगे। प्रदेश में तकनीकी शिक्षा को और मजबूत करने के लिए पड़ोसी राज्यों के मॉडलों को भी अध्ययन किया जा रहा है।
हिमाचल प्रदेश के औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (ITI) में कम विद्यार्थी मर्ज किए जाएंगे। 15 फरवरी तक तकनीकी शिक्षा विभाग ने सभी आईटीआई प्रिंसिपलों से इस बारे में विवरण मांगा है। जिन ट्रेडों में विद्यार्थियों का रुझान कम हो रहा है, उन्हें अधिक सक्रिय बनाने के लिए प्रिंसिपलों से सुझाव भी मांगे गए हैं। प्रदेश में तकनीकी शिक्षा को और मजबूत करने के लिए पड़ोसी राज्यों के मॉडलों को भी अध्ययन किया जा रहा है।
तकनीकी शिक्षा विभाग ने भी शिक्षकों और गैर शिक्षकों के लिए युक्तिकरण की योजना बनाई है। शहरों से सटे संस्थानों में विद्यार्थियों की तुलना में कहीं अधिक शिक्षक हैं। इन शिक्षकों को अब दूसरे संस्थानों में स्थानांतरित किया जाएगा। राज्य में 152 आईटीआई हैं。 तकनीकी शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि जिला मुख्यालयों से सटे औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में ट्रेड आवश्यकता से अधिक शिक्षक हैं।
दूरदराज के संस्थानों में अधिक विद्यार्थियों के बावजूद शिक्षकों की कमी है। अब शिक्षकों का युक्तिकरण इस तरह किया जाएगा। सभी संस्थानों में विद्यार्थियों की संख्या के हिसाब से पर्याप्त शिक्षक तैनात किए जाएंगे। इसके अलावा, कम विद्यार्थियों वाले संस्थानों को मर्ज करने का विचार भी है। तकनीकी शिक्षा मंत्री ने निदेशालय से ऐसे संस्थानों की रिपोर्ट मांगी है। साथ ही, कम विद्यार्थियों वाले आईटीआई से नजदीकी आईटीआई में कितने विद्यार्थी हैं और कितनी दूरी पर हैं, इस बारे में रिपोर्ट देने को कहा गया है। व्यापार मर्ज होने पर दूसरे संस्थान में शिफ्ट होगा।
हिमाचल प्रदेश के आईटीआई में वर्षों से कई ट्रेड चल रहे हैं। व्यापार में भी नौकरी की संभावनाएं कम हैं। ऐसे में इन ट्रेड को मर्ज करना या उन्हें बेहतर बनाना विचार किया जा रहा है। आईटीआई में कम विद्यार्थी ट्रेड मर्ज किए जाएंगेNews source
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