परिवहन विभाग ने तीन मार्च तक ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित किए हैं, जिनका चयन आरटीए की बैठक में ड्रा के माध्यम से किया जाएगा। निगम ने घाटे के कारण ...
परिवहन विभाग ने तीन मार्च तक ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित किए हैं, जिनका चयन आरटीए की बैठक में ड्रा के माध्यम से किया जाएगा।
निगम ने घाटे के कारण लंबी दूरी के रूटों पर बसों का संचालन न करने का निर्णय लिया है। एचआरटीसी ने जिला शिमला में 12 लंबी दूरी के रूटों को सरेंडर कर दिया है, जिन्हें अब निजी ऑपरेटरों को आवंटित किया जाएगा।
इस संबंध में परिवहन विभाग ने निजी ऑपरेटरों से आवेदन मांगे हैं, जो एक फरवरी से तीन मार्च तक किए जा सकते हैं। प्रदेश में कुल 40 रूट सरेंडर किए गए हैं, जिनमें से सबसे अधिक रूट जिला शिमला से संबंधित हैं। एक रूट के लिए पुनः आवेदन मांगे गए हैं, क्योंकि पहले किसी ने आवेदन नहीं किया था।
परिवहन विभाग के अनुसार, तीन मार्च तक आवेदन प्रक्रिया समाप्त होने के बाद आरटीए की बैठक में इस विषय पर निर्णय लिया जाएगा। यदि किसी रूट के लिए एक से अधिक आवेदन प्राप्त होते हैं, तो निर्णय ड्रॉ प्रणाली के माध्यम से किया जाएगा। यदि केवल एक आवेदन आता है, तो उस रूट को संबंधित व्यक्ति को आवंटित कर दिया जाएगा। इस बीच, एचआरटीसी उन रूटों पर अपनी सेवाएं प्रदान करता रहेगा जब तक कि निजी ऑपरेटरों को रूट आवंटित नहीं किए जाते।
एचआरटीसी ने जिला शिमला में 12 रूटों को निजी ऑपरेटरों को सौंपने का निर्णय लिया है। इसके लिए आवेदन 3 मार्च तक आमंत्रित किए गए हैं। इच्छुक व्यक्ति ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आरटीए की बैठक में इन आवेदनों पर विचार किया जाएगा और निर्णय लिया जाएगा।
इन रूटों के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। इनमें रोहड़ू-टिक्कर-मंढोल, मंढोल-टिक्कर-रोहड़ू, शिमला-जुगर-दीबार (धरेच के माध्यम से), शिमला आईएसबीटी-रामपुर नेरी, शिमला आईएसबीटी-छमलोखा (धरगोड़ा के माध्यम से), शिमला आईएसबीटी-गिरिपुल, शिमला आईएसबीटी-घणाहट्टी, शिमला आईएसबीटी-कुफ्टु-बनगढ़, कुनिहार-गलोग-कथियाना-आईएसबीटी शिमला, आईएसबीटी शिमला-पनेश गवाही-रौड़ी (चक्कर के माध्यम से), शिमला आईएसबीटी-दरगोट-बडानिया (बालूगंज के माध्यम से), आईएसबीटी शिमला-पपरोल-गढ़ोग, जुन्गा-शिमला, और शिमला-साधुपुल-गया-जुन्गा-शिमला रूट शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, शिमला-छेड़ और शिमला-साधुपुर-शिमला रूट के लिए भी पुनः आवेदन मांगे गए हैं।
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