जमालपुर से रितेश कुमार का खास रिपोर्ट जमालपुर लौहनगरी का टीप-टाप रोड केवल नाम का ही टीप-टाप है।सही मायने में इसकी हालत बद से बदतर हो गयी है। पूरा सड़क डंपिंग शेड के रूप में तब्दील हुआ पड़ा है।राहगीरों को तो तकलीफ हो ही रही है,इस रोड में रहने वाले स्थानीय लोगों का बदबू से नाक में दम हो रखा है।बावजूद,जमालपुर नगर परिषद प्रशासन से लेकर आम जनता तक गांधीवादी बने हुए हैं।कहीं कोई शिकवा-शिकायत नहीं।आश्चर्य तो इस बात का भी है कि इसी रोड पर आर्यसमाज स्कूल भी है ।इस स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों से लेकर स्कूल प्रबंधन तक इस के खिलाफ मुंह खोलना नहीं चाहते। शायद,गंदगी में रहने के आदि हो चुके हैं ये सब लोग। इधर,इस रोड में एक डाक्टर आरके साहा ने कहा,मेरे क्लिनिक के सामने गिट्टी-बालू की वजह से मेरे मरीजों को भी दिक्कतें झेलनी पड़ रही है। इस अठारह नम्बर वार्ड की पार्षद शाहीना खातून ने बताया,सड़क निर्माण की वजह से दिक्कत हो रही है।जिसे सप्ताह दस दिन के भीतर पूरा कर लिया जाएगा। आर्य समाज स्कूल से जुड़ी कुछ ऐसी यादें भी हैं जो रोमांच पैदा करता है। रामपुर बस्ती निवासी व जमालपुर रेल कारखाने से सेवा निवृत्त हरफनमौला कलाकार महेश अंजाना ने बताया,पत्रकार सुरक्षा संघ ट्रस्ट के पश्चिम बंगाल प्रदेश प्रभारी प्रह्लाद प्रसाद जो,1971में अपने पिता के निधन के बाद पैतृक निवास जमालपुर के शहीद भगत सिंह चौक पर रहने के लिए आ गये थे।इसी स्कूल से मैट्रिक की परीक्षा पास करने के बाद आरडी एण्ड डीजे कालेज से बीए की पढ़ाई पास की।इसी दौरान हम तीन मित्र पारो,अनिल और महेश की तिकड़ी ने पाअम प्रकाशन के तहत प्रतिभा नामक एक प्रगतिशील पत्रिका का विमोचन समारोह इसी स्कूल में किया जिसमें जमालपुर की लोकगायिका विजया भारती,भागलपुर रेडियो के एंकर शैलेष झा,हास्य कवि राम अवतार राही 'बगुला',पत्रकार विनोद अनुपम आदि साहित्यिक रसिक लोगों के सानिध्य में जमकर कविता पाठ और संगीत की मधुर धारा बही थी। आज भी जब प्रह्लाद प्रसाद यहाँ आते हैं तो अच्छा खासा महफ़िल जम जाता है।
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