हिमाचल प्रदेश में लगातार बढ़ रही प्राकृतिक आपदाओं की गंभीरता और कारणों का गहन अध्ययन करने के उद्देश्य से प्रदेश दौरे पर आई केंद्र सरकार की...
हिमाचल प्रदेश में लगातार बढ़ रही प्राकृतिक आपदाओं की गंभीरता और कारणों का गहन अध्ययन करने के उद्देश्य से प्रदेश दौरे पर आई केंद्र सरकार की पांच सदस्यीय बहु-क्षेत्रीय टीम ने गुरुवार को मंडी जिला के थुनाग उपमंडल में सराज क्षेत्र के आपदा प्रभावित स्थलों का दौरा किया।
केंद्रीय दल ने पांडव शिला, लंबाथाच, देजी गांव, बगस्याड सहित कई क्षेत्रों में बादल फटने, भारी बारिश और भूस्खलन से हुई तबाही का मौके पर जाकर निरीक्षण किया। लंबाथाच में टीम ने राज्य के राजस्व, बागवानी, जनजातीय विकास एवं जन शिकायत निवारण मंत्री जगत सिंह नेगी से मुलाकात कर आपदा से हुए नुकसान और राहत कार्यों की स्थिति पर विस्तृत चर्चा की।
राजस्व मंत्री ने केंद्रीय प्रतिनिधिमंडल को सराज क्षेत्र में हाल ही में आई प्राकृतिक आपदाओं से हुए भारी नुकसान की जानकारी दी और हिमाचल में बार-बार घट रही इस तरह की घटनाओं के पीछे के संभावित कारणों पर चिंता जताई।
टीम लीडर कर्नल के.पी. सिंह (सलाहकार, ऑपरेशन एवं कमांड – एनडीएमए) के नेतृत्व में आए इस विशेषज्ञ दल में डॉ. एस.के. नेगी (मुख्य वैज्ञानिक, सीएसआईआर-सीबीआरआई रूड़की), प्रो. अरुण कुमार (भूविज्ञानी, मणिपुर विश्वविद्यालय, सेवानिवृत्त), डॉ. सुष्मिता जोसेफ (शोध वैज्ञानिक) और डॉ. नीलिमा सत्यम (प्रोफेसर, सिविल इंजीनियरिंग, आईआईटी इंदौर) शामिल हैं।
टीम के साथ समन्वय नायब तहसीलदार जितेंद्र कुमार द्वारा किया गया। इस दौरान जिला प्रशासन और संबंधित विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहे।
यह टीम हिमाचल में आपदा प्रबंधन और भविष्य की रणनीति को लेकर अपनी रिपोर्ट तैयार करेगी, जिससे नीति-निर्माण में मदद मिल सकेगी।
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