(पारो शैवलिनी की रिपोर्ट) चित्तरंजन रेलनगरी के बो-मार्केट के दुकानदार यहाँ के ठेकेदारों की मनमानी से खासा परेशान नजर आते हैं।शनिवार की सुब...
(पारो शैवलिनी की रिपोर्ट)
चित्तरंजन रेलनगरी के बो-मार्केट के दुकानदार यहाँ के ठेकेदारों की मनमानी से खासा परेशान नजर आते हैं।शनिवार की सुबह लगभग दस बजे के आस-पास जब बो-मार्केट के इलाके में सड़क किनारे उग आए घास को मशीन के द्वारा छिला जा रहा था,उस समय कुछ दुकानदारों ने ठेकेदार के इन सफाई वालों से इधर-उधर बेतरतीब उग आए पौधों को भी छिलने का अनुरोध किया।मगर उनलोगों ने दुकानदारों की एक भी नहीं सुनी।
दुकानदारों ने बताया,चिरेका आईओडबल्यू लाखों-लाख रुपयों का टेण्डर लेता है।मगर,सही ढंग से काम को अंजाम नहीं देता।
दुकानदारों ने यह भी कहा कि इस से भी बुरी अवस्था हमारे दुकानों के पीछे की है। पीछे तो साफ-सफाई का काम महीनों नहीं किया जाता । शिकायत करने पर केवल " हो जायेगा " कहकर टाल दिया जाता है।
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