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जिला प्रशासन द्वारा सांगला में फंसे 118 पर्यटकों को हेलीकाप्टर के माध्यम से पहुंचाया सुरक्षित स्थान पर - उपायुक्त किन्नौर

उपायुक्त किन्नौर तोरूल रवीश ने वीरवार को जानकारी दी कि जिला प्रशासन किन्नौर द्वारा सांगला घाटी से 118 पर्यटकों को हेलीकॉप्टर के ...

उपायुक्त किन्नौर तोरूल रवीश ने वीरवार को जानकारी दी कि जिला प्रशासन किन्नौर द्वारा सांगला घाटी से 118 पर्यटकों को हेलीकॉप्टर के माध्यम से जिला के चोलिंग में भारतीय सेना के शिविर में स्थापित किए गए बाढ राहत कैम्प में सुरक्षित पहुंचाया गया।
उन्होंने कहा की जिला प्रशासन ने भारतीय सेना, आईटीबीपी, जिला पुलिस व गृह रक्षा के सहयोग से इस बचाव अभियान को सफलतापूर्वक पूर्ण किया। उन्होंने बताया की हेलीकॉप्टर की 06 सोर्टिस के माध्यम से 118 व्यक्तियों को सांगला से निकाला गया जिसमें 06 विदेशी पर्यटक और 112 भारतीय पर्यटक शामिल हैं।
सुरक्षित निकाले गए पर्यटकों में से पश्चिम बंगाल की शोनाली चैटर्जी ने कहा कि उनका 34 लोगों का समूह है जो हिमाचल प्रदेश के भ्रमण पर आया था जिसमें किन्नौर जिला का सांगला भी शामिल था, परंतु भारी बारिश के कारण वह गत पांच दिनों से सांगला में हीं फंसे हुए थे।
शोनाली चैटर्जी ने बताया कि प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन को संपर्क करने के उपरांत उन्हे सांगला से सफलतापूर्वक हेलीकॉप्टर के माध्यम से निकाला गया और चोलिंग पहुंचाया गया। इसके उपरांत, उन्हें बस के मध्यम से चंडीगढ़ तक पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन के सहयोग से उन्हें चिकित्सीय सेवा के साथ-साथ मानसिक व भावनात्मक सहयोग भी प्रदान किया गया।
जिला किन्नौर के बारंग गांव की दारा नेगी ने बताया कि वह सांगला अपने रिश्तेदारों से अपने तीन रिश्तेदारों और दो अन्य व्यक्तियों के साथ मिलने गए थे, परंतु भारी बारिश के कारण रविवार से ही सांगला में फंसे हुए थे। उन्हें सूचना प्राप्त हुई की जिला प्रशासन द्वारा भारतीय सेना के हेलीकॉप्टर के माध्यम से लोगों को निकाला जा रहा है तथा जैसे ही उन्होंने प्रशासन से सम्पर्क साधा उन्हें त्वरित सहायता प्रदान की गई। उन्होंने प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन के प्रयासों की सराहना की और उनका आभार व्यक्त किया।
जिला किन्नौर के रकच्छम गांव के निवासी पंकज नेगी गुजरात में काम करते है और अवकाश पर घर आए थे। उनका कहना है कि उनकी छुटियां खत्म हो रही थीं तथा उनका कार्य स्थल पर पहुंचना आवश्यक था, जिसके चलते उन्होंने जिला प्रशासन को संपर्क किया और जिला प्रशासन व भारतीय सेना की मदद से वह अब अपने कार्य स्थल समय पर पहुंच पाएंगे।
इजरायल की ताली ने भी इस आपदा की स्थिति में तत्परता एवं सत्यनिष्ठा से बचाव एवं राहत कार्य करने के लिए प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन का आभार व्यक्त किया।

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