Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Grid

GRID_STYLE

Hover Effects

TRUE

Breaking News

latest

उत्तराखंड में लाइफ लाइन पर लगा ब्रेक...आपदा से अब तक 18 की मौत, 1700 से ज्यादा रास्ते हुए बंद।

13 जुलाई। Break on life line in Uttarakhand… 18 killed so far due to disaster, more than 1700 roads closed  पिछले चार या पांच दिनों से उत्तर...



13 जुलाई।

Break on life line in Uttarakhand… 18 killed so far due to disaster, more than 1700 roads closed

 पिछले चार या पांच दिनों से उत्तराखंड में बरस रहे बादलों ने राज्य की जीवन रेखा को बाधित कर दिया है। वहीं, लगातार बारिश ने कई स्थानों को बर्बाद कर दिया है। इस समय, विभिन्न कारणों से 18 लोग मारे गए हैं और 18 घायल हुए हैं। साथ ही, इस मानसून सीजन में 17 से अधिक सड़कें बंद हो चुकी हैं और 1253 सड़कें खोली गई हैं। इसके अलावा आठ पुल भी खराब हो गए हैं। लोनिवि ने अब तक 5642.24 लाख रुपये खर्च किए हैं ताकि सड़कों और पुलों को पूर्ववत बनाया जा सके।

 राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के आपातकालीन परिचालन केंद्र ने बताया कि बुधवार को विभिन्न कारणों से आठ लोग मर गए और चौबीस घायल हुए। गुरुवार को केदारनाथ मार्ग पर एक युवती मर गई। 15 जून से अब तक 18 लोग मर चुके हैं और 18 घायल हुए हैं।

देहरादून जिले में तीन की मौत, तीन घायल हुए हैं। जबकि उत्तरकाशी में चार की मौत, 10 घायल, रुद्रप्रयाग में एक की मौत और पौड़ी में एक व्यक्ति घायल हुआ है। इसी तरह से अब तक 17 बड़े पशुओं और 289 छोटे पशुओं की मौत हो चुकी है। इसके अलावा 76 घरों को आंशिक, 16 को भारी क्षति और 14 घर पूरी तरह से ध्वस्त हुए हैं।
वहीं, राज्य में 449 सड़कें फिलहाल बंद हैं। यह इस मानसून सीजन में सड़कों को बंद करने का पहला मामला है। पर्वतीय क्षेत्रों की यात्रा करने वाले लोग इससे फंसे हुए हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों का बुरा हाल है। सैकड़ों गांव जिला मुख्यालयों से नहीं जुड़े हैं। इधर, भारी बारिश में लोगों को पहाड़ों की यात्रा नहीं करने की सलाह दी गई है।
भारी बारिश के चलते पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन और बरसाती गदेरों के ऊफान से सड़कें लगातार बंद हैं। बीते 24 घंटे में 243 सड़कें बंद हुईं, जबकि एक दिन पहले 315 सड़कें बंद थीं। बुधवार को 558 सड़कों में से मात्र 109 को खोला जा सका। समाचार लिखे जाने तक बुधवार देर शाम तक 449 सड़कें बंद थीं।
राष्ट्रीय राजमार्ग 58 कौडियाला के पास बीती रात को भूस्खलन के कारण बंद हो गया था। जिससे चारधाम यात्रा भी प्रभावित हुई। इसके अलावा टिहरी-घनसाली-तिलवाड़ा मोटर मार्ग, मयाली-गुप्तकाशी मोटर मार्ग, लबंगांव- कोटालगांव- घनसाली- तिलवाड़ा, बांसबाड़ा- मोहनखाल मोटर मार्ग, घट्टूगाड़- रिखणीखाल- बीरोंखाल मोटर मार्ग, सिलक्यारा- वनगांव- सरोट मोटर मार्ग, मीनस अटाल, सहिया-क्वानू, चकराता- लाखामंडल, दारागाड़- कथियान सहित कुल 33 राज्य मार्ग बंद हैं। एक दिन पहले इनकी संख्या 26 थी। इससे यात्री जगह-जगह फंसे हुए बताए जा रहे हैं। कई लोग वैकल्पिक मार्गों के जरिए अपने गंतव्य तक पहुंचे।



No comments