जालंधर पंजाब के कई जिलों में बाढ़ के कारण किसानों की फैसले खराब हुई और फसलों का मुआवजे की मांग कर रहे किसानों को पुलिस ने अभी भी नजरबंद किय...
जालंधर पंजाब के कई जिलों में बाढ़ के कारण किसानों की फैसले खराब हुई और फसलों का मुआवजे की मांग कर रहे किसानों को पुलिस ने अभी भी नजरबंद किया हुआ है।
जिसको लेकर किसानों में और आक्रोश पैदा हो गया है। बुधवार को किसानो ने पक्के तौर पर शाहकोट, अमृतसर की तरफ जाते दोनो टोल पर धरने लगा दिए हैं।
जनकारी अनुसार टोल प्लाजा के पास लगे स्केनिंग मशीनों को बंद करवा दिया गया है ताकि कोई वाहन गुजरे तो उनका टोल न कट सके। 16 किसान जत्थेबंदियों ने 100 गांवों के सरंपचो से मता डाला था और साइन करवाए थे ताकि किसानों को खराब फसल का मुआवजा मिल सके।
इसी के साथ जिन किसानों के घर बाढ़ में पूरी तरह से डूब गए हैं और गिर चुके हैं। उनके लिए 5 लाख रुपए की मांग की जा रही है। जिसको लेकर किसान जत्थेबंदियों ने चंडीगढ़ में मुख्य मंत्री के साथ मीटिंग रखी थी। लेकिन उससे पहले ही किसानों को उनके घरों और बसों में से गिरफ्तार करना शुरु कर दिया। जिसके बाद माहौल और बिगड़ गया है। जानकारी के अनुसार 85 किसान नेताओं को नजरबंद किया गया है।
एक रिपोर्ट के अनुसार मोगा और संगरुर के टोल प्लाजा पर भी किसानों ने पक्का मोर्चा लगा लिया है। जैसे ही किसानों को गिरफ्तार करने की खबर पहुंची तो भारी संख्या में किसान चंडीगढ़ की तरफ कूच करने लग गए थे। लेकिन काफी किसानों को रास्ते में से ही गिरफ्तार कर लिया गया। वहीं किसानों के फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया पर चलने वाले अकाउंट्स तक बंद करवा दिए गए हैं। अभी भी किसान अपनी मांगों को लेकर धरने पर है।
In Punjab, farmers put concrete fronts at toll plazas, stopped scanning machines, know what is the matter
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