ऊना। नगर परिषद की तरफ शहर में करवाए जा रहे जीआईएस (भौगोलिक सूचना तंत्र) सर्वेक्षण के तहत डोर-टू-डोर सर्वे का कार्य शुरू हो गया ह...
शहर में भवनों के आंकलन के लिए भौगोलिक सूचना प्रणाली (जीआईएस) सर्वे का काम शुरू हो गया है। सर्वेक्षण कर रही टीम ने तीन वार्डों में ड्रोन सर्वेक्षण का कार्य पूरा कर वार्डों का मौजूदा नक्शा तैयार कर लिया है। टीम की तरफ से अब घर-घर जाकर मकानों, भवनों, दुकानों आदि की पूरी सूची तैयार की जा रही है। इस सर्वे से नगर परिषद के अलावा शहरवासियों को भी लाभ मिलेगा। जीआईएस सर्वे पूरा होने के बाद गृहकर ऑनलाइन जमा हो पाएंगे। दूसरी तरफ गृहकर चोरी करने वालों पर लगाम कसने में नगर परिषद को सहायता मिलेगी। सर्वे करवाने का मकसद ऊना में भवनों का आकलन और नव निर्माण पर पैनी नजर रखना है। जीआईएस सर्वे से भवन की सैटेलाइट इमेज, हाई रेज्यूलेशन फोटो इसमें भवन की नींव से लेकर पूरे भवन की जांच की जाएगी। इसके आधार पर ही गृहकर लिया जाएगा।
पांच माह में पूरा होना है सर्वेक्षण
नगर परिषद की तरफ से करवाए जा रहे जीआईएस सर्वेक्षण में करीब पांच माह का समय लगेगा। पहले चरण में ड्रोन और दूसरे चरण में डोर-टू-डोर जाकर सर्वेक्षण किया जाना है। सर्वेक्षण में निजी भवनों के अलावा सरकारी भवनों और कार्यालयों की गिनती भी की जाएगी।
शहर में जीआईएस सर्वे का काम चल रहा है। कुछ वार्डों में ड्रोन सर्वेक्षण पूरा होने के बाद अब मौके पर जाकर टीम भवनों से संबंधित अहम आंकड़े जुटा रही है। शनिवार को टीम ने वार्डों में जाकर सर्वेक्षण कर जानकारी जुटाई।
-संदीप कुमार, कार्यकारी अधिकारी, नगर परिषद ऊना
No comments