Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Grid

GRID_STYLE

Hover Effects

TRUE

Breaking News

latest

Snoring के परिणाम: क्या एक्सपर्ट कहते हैं कि खर्राटे लेने वालों को तीन गंभीर बीमारियों का खतरा है?

  Snoring के परिणाम: खर्राटे आना एक बहुत आम समस्या है। लेकिन हर दिन खर्राटे आना एक गंभीर बीमारी का संकेत है। ऐसा होना, अक्सर स्लीप एप्नीया न...

 


Snoring के परिणाम: खर्राटे आना एक बहुत आम समस्या है। लेकिन हर दिन खर्राटे आना एक गंभीर बीमारी का संकेत है। ऐसा होना, अक्सर स्लीप एप्नीया नामक एक रोग का लक्षण होता है, लेकिन देश के प्रसिद्ध कार्डियो एक्सपर्ट खर्राटे से और भी कई गंभीर बीमारियों का संबंध बताते हैं।

Snoring के परिणाम: खर्राटे लेना एक आम समस्या है। अक्सर हर घर में एक व्यक्ति होता है जो खर्राटे लेता है। खर्राटे इतने तेज होते हैं कि कई लोग सोने से भी बचते हैं। किंतु क्या आप जानते हैं कि यह साधारण लगने वाली समस्या बहुत गंभीर हो सकती है? ठीक है। खर्राटे एक बीमारी नहीं है, हालांकि यह कभी-कभी भी हो सकता है। साथ ही, बूढ़े लोगों को खर्राटे आना आम है। आइए जानते हैं कि इस पर एक्सपर्ट क्या कहते हैं|

हम देश के प्रसिद्ध कार्डियोलॉजिस्ट रमाकांत पांडा से सुन रहे हैं, जिन्होंने एक पॉडकास्ट शो में बताया कि खर्राटे भी गंभीर बीमारियों का संकेत हो सकते हैं।

खर्राटे आते क्यों हैं? 

रात को सोते समय गर्दन की मांसपेशियों पर दबाव पड़ने से खर्राटे होते हैं। दरअसल, कुछ लोगों को रात में सांस लेने में परेशानी होती है, यानी नाक के रास्ते सांस लेते समय रुकावट महसूस होती है, जो खर्राटे का कारण बनता है। कुछ लोगों को रात में नाक बंद करने में परेशानी होती है और वे भी खर्राटे करते हैं। वृद्ध लोगों को खर्राटे आते हैं क्योंकि उनकी मांसपेशियां कमजोर होती हैं और वे शारीरिक रूप से कम एक्टिव होते हैं।

किस बीमारी का खतरा है? 

1. दिल का दौरा डॉक्टर रमाकांत कहते हैं कि खर्राटे खराब सेहत का संकेत हैं, इसलिए जो लोग कम एक्सरसाइज करते हैं, खराब असंतुलित भोजन खाते हैं या जिनका वजन अधिक है, उन्हें खर्राटे अधिक आते हैं। ज्यादा खर्राटे आना, खासकर युवा लोगों में, दिल फेलियर और दिल अटैक का खतरा बढ़ाता है। 

2. मधुमेह: डॉक्टरों का कहना है कि खर्राटे और स्लीप एप्नीया, एक नींद की बीमारी, शरीर की शारीरिक गतिविधि और इंसुलिन का असर गलत होता है। इससे उन लोगों में डायबिटीज की संभावना बढ़ जाती है क्योंकि उनका शरीर शुगर को सही तरीके से नहीं पचाता है।

3. हाई रक्तचाप— एक्सपर्ट ने कहा कि ज्यादा तेज खर्राटे भी ब्लड प्रेशर की बीमारी का संकेत हो सकते हैं। खर्राटे लेने से खून में ऑक्सीजन का स्तर कम हो जाता है, इसलिए इन लोगों में हाइपरटेंशन की बीमारी होती है। हार्ट अटैक भी खर्राटे से हो सकता है क्योंकि इससे दिल में ब्लड सर्कुलेशन कम हो जाता है।इसके अलावा, ज्यादा खर्राटे लेने से डिप्रेशन, स्मृति विकार या सुबह सिर दर्द भी हो सकता है। खर्राटे कम करने के लिए क्या करें? जब सोते हैं, पीठ के बल कम सोएं। रूम में ह्यूमिडिफायर लगाकर हवा में नमी बनाए रखें। स्मोकिंग और शराब सेवन को कम करके अच्छी आदतों का पालन करें। वेट मैनेजमेंट भी महत्वपूर्ण है। परेशान होने पर एक अनुभवी से सलाह लें।

No comments