स्कूलों में शिक्षकों का युक्तिकरण शुरू हो गया है। स्कूलों में नए शैक्षणिक सत्र से विद्यार्थियों की संख्या के हिसाब से शिक्षकों की नियुक्ति ...
स्कूलों में शिक्षकों का युक्तिकरण शुरू हो गया है। स्कूलों में नए शैक्षणिक सत्र से विद्यार्थियों की संख्या के हिसाब से शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी।
Himachal Pradesh के स्कूलों में शिक्षकों का युक्तिकरण शुरू हो गया है। स्कूलों में नए शैक्षणिक सत्र से विद्यार्थियों की संख्या के हिसाब से शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी। 15 फरवरी तक, उच्च और प्राथमिक शिक्षा निदेशालय ने जिला उपनिदेशकों से पंजीकृत विद्यार्थियों और सरप्लस शिक्षकों की सूची मांगी है। अब शहरों और उपमंडल स्तर से सटे स्कूलों में नियुक्त शिक्षकों को दूरदराज क्षेत्रों में स्थानांतरित किया जाएगा। शिक्षा विभाग ने सभी स्कूलों को एक परफार्मा भेजा है, जिससे युक्तिकरण शुरू हो गया है।
परफार्मा के तहत ऐसे स्कूलों की संख्या पूछी गई है जहां 20 बच्चों से कम है और कितने शिक्षक हैं। साथ ही ऐसे स्कूलों की जानकारी भी मांगी गई है जहां अधिक विद्यार्थी लेकिन कम शिक्षक हैं।
15 फरवरी तक जानकारी देने की अनुमति दी गई है। यह रिकॉर्ड आने के बाद शिक्षकों को बदलने की प्रक्रिया शुरू होगी। शिक्षा विभाग नए शैक्षणिक सत्र शुरू होने से पहले शिक्षकों को नियुक्त करेगा। जिस स्कूल में 20 या इससे कम विद्यार्थी और 3 या इससे अधिक शिक्षक हैं, उसे स्थानांतरित कर दिया जाएगा। स्कूलों में शिक्षकों को सिर्फ विद्यार्थी-शिक्षक अनुपात के अनुसार नियुक्त किया जाएगा।
युक्तिकरण प्रक्रिया में पहले उन शिक्षकों को बदला जाएगा जिनका एक स्थान पर अधिक कार्यकाल होगा। शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत स्कूलों में हर छह बच्चों पर कम से कम दो शिक्षक होना चाहिए। हिमाचल में ऐसा नहीं है। यहां पर कई स्कूलों में शिक्षकों की संख्या तीन या इससे अधिक है और बच्चों की संख्या पांच से दस है।News source
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