जिला कुल्लू की मणिकर्ण घाटी के ग्राहण क्षेत्र में एक ईको पर्यटन नेचर पार्क का निर्माण किया जाएगा। इस पार्क में गर्म पानी के कुंड भी स्थापित किए जाएंगे। विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण की निधि से यह नेचर पार्क विकसित किया जाएगा, जिसमें पर्यटकों के लिए अनेक सुविधाएं उपलब्ध होंगी। पार्क में एक प्रकृति व्याख्या केंद्र, एमपी थियेटर और मचान का निर्माण किया जाएगा।
पार्वती वन मंडल के कसोल के ग्राहण में इस नेचर पार्क का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण की बैठक में निर्णय लिया गया है। उल्लेखनीय है कि गर्म पानी के कुंडों के निर्माण से यहां पर्यटकों और स्थानीय निवासियों को विभिन्न प्रकार की थेरेपी सेवाएं भी प्रदान की जाएंगी।
मणिकर्ण में स्थित गर्म पानी के कुंडों को अब मणिकर्ण से कसोल में स्थानांतरित किया जाएगा। वन विभाग के सहयोग से ईको पर्यटन के अंतर्गत इस स्थान को विकसित किया जाएगा और जो गर्म पानी नदी में बह रहा है, उसे यहां लाया जाएगा। इसके साथ ही, ग्राहण में ड्रिलिंग भी की जाएगी।
ईको पर्यटन नेचर पार्क का स्वरूप
ईको पर्यटन नेचर पार्क प्राकृतिक स्थलों पर यात्रा के लिए स्थापित किया जाता है। इस पार्क में पर्यटकों को पर्यावरण और सांस्कृतिक धरोहर के बारे में जानकारी प्रदान की जाएगी। इसके अंतर्गत वनस्पतियों और जीवों की जानकारी भी दी जाएगी। इसके अतिरिक्त, इको टूरिज्म पार्कों में पर्यटकों के लिए विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाता है।
कुल्लू विधायक सुंदर सिंह ठाकुर ने जानकारी दी कि "कुल्लू जिला के कसोल के ग्राहण नाला में ईको पर्यटन नेचर पार्क का निर्माण किया जाएगा। इस पार्क में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए गर्म पानी के कुंड बनाए जाएंगे। इस परियोजना पर शीघ्र ही कार्य प्रारंभ किया जाएगा।"
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