जिला शिमला के चिड़गांव क्षेत्र की दो अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी, सनिका और दीक्षिता, पिछले छह महीनों से हिमालयन वारियर मार्शल आर्ट्स एकेडमी का संचालन कर रही हैं।
इन खिलाड़ियों ने बताया कि उनके क्षेत्र में चिट्टे का प्रचलन बढ़ रहा है और युवा पीढ़ी नशे की ओर अग्रसर हो रही है। इसलिए, उन्होंने अपनी एकेडमी की स्थापना की है ताकि स्कूली स्तर से ही बच्चों को खेलों से जोड़ा जा सके और अपने क्षेत्र को नशे के प्रभाव से बचाने में अपनी जिम्मेदारी निभा सकें। उन्होंने सभी अभिभावकों से अनुरोध किया है कि वे अपने बच्चों को खेलों में शामिल करें और उन्हें नशे से दूर रखने में सहयोग करें। उनका कहना है कि एकेडमी कहीं भी खोली जा सकती है, लेकिन जिस क्षेत्र से वे आती हैं, उसके प्रति उनकी जिम्मेदारी भी बनती है। उस क्षेत्र में कोई एकेडमी उपलब्ध नहीं थी। भले ही आज हमारे पास बच्चों की संख्या कम है, लेकिन धीरे-धीरे यह संख्या बढ़ेगी और हम अपने क्षेत्र को नशामुक्त बनाने के लक्ष्य में सफलता प्राप्त करेंगे।
अंतरराष्ट्रीय किक बॉक्सिंग टूर्नामेंट में चिड़गांव की बेटियों ने जीता स्वर्ण पदक
उपायुक्त अनुपम कश्यप ने दोनों खिलाड़ियों को किया सम्मानित
दिल्ली के केडी जाधव इंडोर स्टेडियम में 1 से 5 फरवरी 2025 तक आयोजित चौथे बॉको इंडिया ओपन इंटरनेशनल किक बॉक्सिंग टूर्नामेंट में जिला शिमला के चिड़गांव क्षेत्र की दो बेटियों ने स्वर्ण पदक प्राप्त किया। शुक्रवार को उन्होंने उपायुक्त अनुपम कश्यप से मुलाकात की, जिन्होंने इस अवसर पर सनिका ललटवान और दीक्षिता शिलाल को सम्मानित किया। उपायुक्त ने कहा कि नशे से दूर रहने के लिए खेलों को अपने जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा बनाना आवश्यक है। खेल न केवल शरीर को स्वस्थ रखते हैं, बल्कि रोजगार के अवसर भी प्रदान करते हैं। प्रदेश सरकार ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की खेलों के लिए कई योजनाएं लागू की हैं। इसके अतिरिक्त, सरकारी सेवाओं में खिलाड़ियों को आरक्षण भी प्रदान किया जाता है। उपायुक्त ने बताया कि दोनों बेटियों ने न केवल अपने क्षेत्र का नाम रोशन किया है, बल्कि पूरे हिमाचल प्रदेश का नाम भी ऊंचा किया है। नशे के खिलाफ जिला प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे अभियान में इन दोनों खिलाड़ियों को महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का अवसर दिया जाएगा, ताकि युवाओं को नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित किया जा सके।
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