बुलढाणा में एक महिला के गर्भ में एक बच्चा था, जबकि उस बच्चे के गर्भ में भी एक अन्य बच्चा विकसित हो रहा था। इसे 'फीटस इन फीटू' की दुर...
बुलढाणा में एक महिला के गर्भ में एक बच्चा था, जबकि उस बच्चे के गर्भ में भी एक अन्य बच्चा विकसित हो रहा था। इसे 'फीटस इन फीटू' की दुर्लभ स्थिति कहा जाता है। महिला की सफल डिलीवरी के बाद, बच्चे को आगे के उपचार के लिए भेजा गया।
डॉक्टर भी इस मामले को देखकर हैरान रह गए। यह घटना 32 वर्षीय महिला की है, जो पहले से दो बच्चों की मां है। जब वह सोनोग्राफी के लिए अस्पताल पहुंची, तो डॉक्टरों ने जो देखा, वह असामान्य था। महिला के पेट में एक बच्चा था, लेकिन उस बच्चे के पेट में भी एक और बच्चा मौजूद था। इसे चिकित्सा विज्ञान में 'फीटस इन फीटू' कहा जाता है, जो एक अत्यंत दुर्लभ स्थिति है और यह 5 लाख गर्भवती महिलाओं में से केवल एक के साथ होती है।
फीटस इन फीटू
'फीटस इन फीटू' का अर्थ है कि एक बच्चे के शरीर के अंदर दूसरा बच्चा विकसित हो रहा है। यह स्थिति न केवल अजीब है, बल्कि चमत्कारी भी मानी जाती है, क्योंकि सामान्यतः ऐसा नहीं होता। इस स्थिति में, अंदर का बच्चा जन्म के समय कई स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न कर सकता है। डॉक्टरों का मानना है कि इस बच्चे की डिलीवरी के बाद विभिन्न प्रकार की स्वास्थ्य जटिलताएं हो सकती थीं।
कल्पना कीजिए, एक महिला गर्भवती है और उसके गर्भ में एक और भ्रूण विकसित हो रहा है। यह सुनने में अजीब लगता है, लेकिन यह एक वास्तविकता है। बुलढाणा जिले में एक अद्भुत प्रसव की घटना हुई है, जिसमें एक महिला के गर्भ में एक बच्चा था और उस बच्चे के गर्भ में भी एक और बच्चा पल रहा था। यह घटना किसी काल्पनिक कहानी का हिस्सा नहीं, बल्कि एक सच्चाई है।
चिकित्सकों ने एक अद्वितीय ऑपरेशन किया। जब उन्हें महिला की स्थिति का ज्ञान हुआ, तो उन्होंने उसे आगे के उपचार के लिए छत्रपति संभाजीनगर भेजने का विचार किया। लेकिन महिला की डिलीवरी बुलढाणा के सरकारी अस्पताल में ही संपन्न हुई। डॉक्टरों की एक टीम ने सावधानीपूर्वक महिला की डिलीवरी की, जिसमें बच्चे को सुरक्षित रूप से निकाला गया और उसे तुरंत अमरावती के लिए भेजा गया। इस ऑपरेशन को अत्यंत बारीकी से अंजाम दिया गया, और यह डिलीवरी एक महत्वपूर्ण सफलता रही।
बच्चे को अमरावती में सर्जरी के लिए भेजा गया। यद्यपि महिला का प्रसव सफल रहा, लेकिन डॉक्टरों को बच्चे के पेट में मौजूद दूसरे भ्रूण को लेकर चिंता थी। इस स्थिति के समाधान के लिए बच्चे को अमरावती भेजा गया, जहां उसकी सर्जरी की जाएगी। चिकित्सकों का मानना है कि यह मामला काफी जटिल हो सकता है, और बच्चे के लिए आगे का उपचार आवश्यक है।
No comments