(पारो शैवलिनी की रिपोर्ट) चित्तरंजन रेलनगरी से महज तीस किलोमीटर की दूरी पर बसा हुआ है पश्चिम बर्धमान का अतिव्यस्त शहर आसनसोल।इसके आश्रम म...
(पारो शैवलिनी की रिपोर्ट)
चित्तरंजन रेलनगरी से महज तीस किलोमीटर की दूरी पर बसा हुआ है पश्चिम बर्धमान का अतिव्यस्त शहर आसनसोल।इसके आश्रम मोड़ पर बने आदमकद प्रतिमा पर आसनसोल नगर निगम के चेयरमैन अमरनाथ चटर्जी,एमएमआईसी गुरूदास चट्टर्जी,पार्षद मोहम्मद हसरतुल्ला,मौमिता विश्वास,टीएमसी नेता रविउल इस्लाम के साथ निगम के हेड क्लर्क बिरेन अधिकारी ,कल्लोल राय के साथ निगम के अधिकारी व कर्मचारी प्रमुख रूप से उपस्थित थे। मौके पर निगम के चेयरमैन ने कहा,अंग्रेजों के नींद उड़ा देने वाले कवि थे नजरूल इस्लाम।पश्चिम बर्धमान के आसनसोल से इलाके के कुछ दूर चुरूलिया में जन्मे तथा पूरी तरह से मजहवी माहौल में रहे काजी नजरूल इस्लाम समाज में बदलाव की आवाज को बुलंद करने के लिए ही पैदा हुए थे। ऐसे क्रान्तिकारी कवि की भावनाओं को बंगाल की धरती पर शत-शत नमन व प्रणाम।
पश्चिम
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