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लूहरी जल विद्युत परियोजना के तहत पुनर्वास और पुनर्स्थापन किया जा रहा सुनिश्चित- तोरुल एस रवीश

  उपायुक्त ने परियोजना की पुनर्वास एवं पुनर्स्थापन कमेटी की अध्यक्षता कर दिए उचित दिशा निर्देश डी० पी० रावत। निरमण्ड, 2 जून। लुहरी जल विद्य...


 

उपायुक्त ने परियोजना की पुनर्वास एवं पुनर्स्थापन कमेटी की अध्यक्षता कर दिए उचित दिशा निर्देश

डी० पी० रावत।

निरमण्ड, 2 जून।

लुहरी जल विद्युत परियोजना परियोजना चरण-1 के तहत प्रभावित क्षेत्र के लोगों का पुनर्वास और पुनर्स्थापन सुनिश्चित किया जा रहा है। इस संबंध में गठित कमेटी उक्त कार्यों को पूर्ण करने के लिए लगातार प्रयासरत है। प्रभावित पंचायतों के पुनर्वास कार्यों को प्राथमिकता प्रदान की जा रही है। उपायुक्त कुल्लू तोरुल एस रवीश ने आज यह बात परियोजना की पुनर्वास एवं पुनर्स्थापन कमेटी की निरमंड में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह बात कही।


उन्होंने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से कमेटी की अध्यक्षता की।


इस दौरान उन्होंने संबंधित अधिकारियों को पुनर्वास और पुनर्स्थापन कार्यों में तेजी लाने के निर्देश भी दिए। उन्होंने आश्वासन दिया कि सरकार की ओर से जो भी सहायता प्रभावित क्षेत्र के लोगों को प्रदान की जानी है उस पर समयबद्ध कार्य किया जाएगा।



बैठक में परियोजना प्रबंधकों की ओर से जानकारी प्रदान की गई कि परियोजना के कारण भूमिहीन और बेघर होने वाले 6 परिवारों को जमीन प्रदान करने का कार्य अंतिम चरण में है और जल्द ही इन परिवारों का पुनर्वास सुनिश्चित किया जाएगा।


बैठक में यह जानकारी भी प्रदान की गई कि परियोजना के कारण प्राकृतिक जल स्त्रोतों की भरपाई की एवज में करीब 24 करोड़ की उठाऊ पेयजल योजना का 80 फीसदी निर्माण पूर्ण हो चुका है और परियोजना प्रबंधन की ओर से इसके लिए 8 करोड़ रुपए की राशि वहन की जा रही है।


इसी तरह जल विद्युत परियोजना के कारण प्रभावित विभिन्न पंचायतों के 905 भवनों, गौशाला आदि को हुए नुकसान की भरपाई 2.19 करोड़ रुपए से किया जा रहा है। अन्य प्रभावित नेिर्माण ढांचों का मूल्यांकन आवश्यकता अनुसार किया जाएगा। इसके अलावा देहरा और गड़ेज पंचायत की फसलों को हुए नुक्सान का आकलन भी जल्द किया जाएगा और उचित मुआवजा विभिन्न प्रभावितों को प्रदान किया जाएगा।


परियोजना प्रबंधन ने इस मौके पर जानकारी प्रदान की कि स्तोन और शणा के लोगों की सतलुज नदी पर बना झूला भी परियोजना के कारण जलमग्न हो जाएगा। इसके कारण इन लोगों को परियोजना के बांध के साथ बने पुल से वैकल्पिक यातायात व्यवस्था प्रदान की जाएगी। उपायुक्त ने इस संबंध में डीपीआर बनाने के निर्देश प्रदान किए।

उपायुक्त ने कहा कि परियोजना प्रभावितों के पुनर्वास और पुनर्स्थापन में परियोजना प्रबंधन कोताही न बरते और सरकार की ओर से भी इस संबंध में हर संभव उचित कदम उठाया जाएगा।


उपायुक्त ने नित्थर, देहरा, गडेज पंचायतों के 4 शमशान घाटों के जल्द निर्माण को लेकर भी उचित निर्देश दिए।   


इस मौके पर एडीसी कुल्लू अश्वनी कुमार, एसडीएम निरमंड मनमोहन सिंह, जिला राजस्व अधिकारी गणेश ठाकुर, अधिशाषी अभियंता निरमंड मनोज भारद्वाज, नायब तहसीलदार नित्थर उमादत्त, लूहरी जल विद्युत परियोजना लूहरी चरण-1 के परियोजना प्रमुख विवेक शर्मा, बीडीओ निरमंड नरेश कुमार, कमेटी के गैर सरकारी सदस्य और संबंधित अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।

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