टनल की एलाइनमेंट को मिली मंजूरी, FCA प्रक्रिया में तेजी, निर्माण से आनी-कुल्लू की दूरी घटेगी 8 KM बहुप्रतीक्षित जलोड़ी टनल के निर्माण को ...
टनल की एलाइनमेंट को मिली मंजूरी, FCA प्रक्रिया में तेजी, निर्माण से आनी-कुल्लू की दूरी घटेगी 8 KM
बहुप्रतीक्षित जलोड़ी टनल के निर्माण को लेकर जमीन पर गतिविधियां शुरू हो गई हैं। केंद्र सरकार से फाइनल एलाइनमेंट को मंजूरी मिलने के बाद अब फील्ड वेरिफिकेशन और एफसीए (फॉरेस्ट क्लीयरेंस एप्लीकेशन) प्रक्रिया को लेकर विभागों ने तैयारियां तेज कर दी हैं।
टनल निर्माण के लिए एफसीए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और इसी सिलसिले में 30 जुलाई को टनल की एलाइनमेंट और एफसीए से जुड़े पहलुओं को लेकर संयुक्त निरीक्षण होगा। इस निरीक्षण में निर्माता कंपनी अल्टीनौक कंसलटिंग इंजीनियरिंग, नेशनल हाईवे अथॉरिटी, लोक निर्माण विभाग, वन विभाग, जल शक्ति, बिजली बोर्ड और प्रशासनिक अधिकारी हिस्सा लेंगे। इस मौके पर टनल के तय रूट का मैदानी सत्यापन (फील्ड वेरीफिकेशन) किया जाएगा।
भरगोल से सोझा तक होगी 4.2 किमी लंबी टनल
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय पहले ही इस टनल की अंतिम एलाइनमेंट को मंजूरी दे चुका है। मंजूरी के मुताबिक, यह टनल भरगोल से शुरू होकर सोझा तक बनेगी और इसकी लंबाई 4.2 किलोमीटर (4,160 मीटर) होगी।
इसके अलावा, टनल तक पहुंचने के लिए दोनों ओर से अप्रोच रोड बनाई जाएगी। आनी की ओर से 2.124 किलोमीटर और बंजार की तरफ से 5.476 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण प्रस्तावित है।
सफर होगा सुगम, दूरी घटेगी 8 किलोमीटर
टनल के निर्माण से कुल्लू और आनी के बीच की दूरी करीब आठ किलोमीटर कम हो जाएगी। इससे क्षेत्र के लोगों को बेहतर परिवहन सुविधा मिलेगी और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। साथ ही सर्दियों के मौसम में बर्फबारी के कारण जलोड़ी दर्रे पर जो बाधाएं आती थीं, उनका समाधान भी इस टनल के माध्यम से संभव हो सकेगा।
अब क्या होगा अगला कदम?
30 जुलाई को प्रस्तावित संयुक्त निरीक्षण के बाद, फील्ड रिपोर्ट के आधार पर एफसीए के लिए औपचारिक आवेदन केंद्र सरकार को भेजा जाएगा। इसके बाद ही इस बहुप्रतीक्षित परियोजना की निर्माण प्रक्रिया को औपचारिक रूप से हरी झंडी मिल पाएगी।
जलोड़ी टनल प्रोजेक्ट पर एक नजर
टनल लंबाई: 4.2 किलोमीटर
अप्रोच रोड: आनी की ओर से 2.124 किमी, बंजार की ओर से 5.476 किमी
निर्माता कंपनी: अल्टीनौक कंसलटिंग इंजीनियरिंग
लाभ: दूरी में 8 किमी की कमी, सालभर निर्बाध आवागमन, पर्यटन को बढ़ावा
– विशेष संवाददाता, दैनिक भास्कर
No comments