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श्रद्धा या शोषण? श्रीखण्ड महादेव यात्रा के दौरान श्रद्धालु की मौत, परिजनों ने लगाए गंभीर आरोप- मदद के नाम पर 60 हज़ार रूपये की मांग

डी० पी० रावत,निरमण्ड| कुल्लू | 17 जुलाई। श्रीखंड महादेव यात्रा के दौरान चंडीगढ़ के एक श्रद्धालु की मौत हो गई है। मृतक के परिजनों ने आरोप लगा...


डी० पी० रावत,निरमण्ड| कुल्लू | 17 जुलाई।

श्रीखंड महादेव यात्रा के दौरान चंडीगढ़ के एक श्रद्धालु की मौत हो गई है। मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया है कि बीमार होने पर जब उन्होंने मदद मांगी तो पोटर्स ने शव को नीचे लाने के एवज में 60 हजार रुपये की मांग की। मामले को लेकर पुलिस और प्रशासन से शिकायत की गई है।


मृतक की पहचान चंडीगढ़ के सेक्टर-15डी निवासी अभय कनौजिया के रूप में हुई है, जो अपने भाई विशाल कनौजिया के साथ 9 जुलाई को यात्रा पर निकले थे। बताया जा रहा है कि 11 जुलाई को गुरु पूर्णिमा के दिन उन्होंने श्रीखंड महादेव के दर्शन किए और वापसी के दौरान बेस कैंप थाचडू में अभय की तबीयत अचानक बिगड़ गई।


भाई विशाल के अनुसार, अभय को सांस लेने में तकलीफ होने लगी, जिसके बाद पोटर्स की मदद ली गई। विशाल का आरोप है कि पोटर्स ने अभय को बेस कैंप से सिंहगाड़ तक लाने के लिए 60 हजार रुपये की मांग की। उन्होंने 20-20 हजार की दो ट्रांजेक्शन की कोशिश की, लेकिन एक ट्रांजेक्शन अंडर प्रोसेस में चली गई।


बारिश में भीगता रहा भाई, रास्ता बंद होने से नहीं मिली समय पर मदद


विशाल ने बताया कि जब वे सुंबरा कैंची के पास पहुंचे तो अभय की हालत और बिगड़ गई। वहीं बागीपुल-जाओ सड़क मार्ग पर लैंडस्लाइड के चलते रास्ता बंद हो गया, जिससे समय पर चिकित्सकीय सहायता नहीं मिल पाई। इसी बीच पोटर्स पैसे मांगते रहे और मजबूरन उन्हें खुले में ही रुकना पड़ा, जहां अभय बारिश में भीगता रहा।


प्रशासन से की गई शिकायत, पुलिस कर रही जांच


गुरुवार सुबह अभय का शव सिविल अस्पताल निरमंड पहुंचाया गया, जहां पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए परिजनों ने पुलिस और प्रशासन को लिखित शिकायत दी है, जिस पर जांच शुरू हो गई है।


प्रशासन पर भी उठे सवाल


इस घटना ने श्रीखंड यात्रा की व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं। श्रद्धालुओं का कहना है कि हर साल हजारों लोग इस कठिन यात्रा पर जाते हैं, लेकिन आपातकालीन स्थिति में मेडिकल सुविधा और आपदा प्रबंधन की व्यवस्था नाकाफी है।



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श्रीखंड महादेव यात्रा हिमाचल प्रदेश की सबसे दुर्गम तीर्थ यात्राओं में से एक मानी जाती है, जहां श्रद्धालुओं को लगभग 35 किलोमीटर की खड़ी चढ़ाई चढ़नी पड़ती है। हर साल दर्जनों लोग स्वास्थ्य कारणों से प्रभावित होते हैं।



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