चित्तरंजन की संचिता चौधरी हत्याकांड में नहीं मिल रहा कोई सुराग * फोरेन्सिक जांच के लिए पहुँची टीम ने कुछ भी बताने...
चित्तरंजन की संचिता चौधरी हत्याकांड में नहीं मिल रहा कोई सुराग * फोरेन्सिक जांच के लिए पहुँची टीम ने कुछ भी बताने से किया परहेज * रेलनगरी में चर्चा है तरह-तरह की बात (पारो शैवलिनी की खास रपट) चित्तरंजन : रेलनगरी के एरिया-पाँच स्थित एक रेल क्वार्टर संख्या 46/2डी,रास्ता संख्या 28 में संध्या समय लगभग साढ़े 6 बजे के आसपास रेलकर्मी गोपाल चौधरी की अंठावन वर्षीया संचिता चौधरी की निर्मम हत्या कर दी गई थी। मंगलवार के दिन लगभग 11बजे फोरेन्सिक जांच के लिए पहुँची टीम ने कुछ भी बताने से परहेज किया। इधर,घटना को लेकर चित्तरंजन रेलनगरी में तरह-तरह की बातों की चर्चा गरम है। संचिता चौधरी जो खुद बिहार सरकार में एक शिक्षिका थी और दो साल बाद रिटायर्ड होने वाली थी।इसके एकमात्र पुत्र ने प्रेम-विवाह किया था।पुत्र शादी-विवाह में फोटोग्राफी करता था।जबकि पुत्रवधु हिन्दूस्तान केबल्स के कल्याणग्राम में अपने पति के साथ रहती थी।चर्चा इस बात की भी है कि एक-ढेर माह पूर्व रूपनारायणपुर थाने में किसी कांड को लेकर जमकर बवाल मचाया था। उसकी सास की जघन्य हत्याकांड के दिन भी खास बात के स्थानीय पत्रकार व एबीडी न्यूज के पत्रकार सह भारतीय पत्रकार सुरक्षा संघ के पश्चिम बंगाल प्रदेश प्रभारी प्रह्लाद प्रसाद के साथ भी उसकी पुत्रवधु ने टीएमसी नेता भोला सिंह व ससुर गोपाल चौधरी के सामने बदतमीजी की थी। बाद में भोला सिंह के इशारे पर पत्रकार ने अपना कैमरा बंद कर लिया था ।चर्चा इस बात की भी है कि गोपाल चौधरी के पुत्र व पुत्रवधु कभी पुरूलिया तो कभी विदेश में रहने की बात करती है। सच्चाई जो भी हो,मृतिका की पोस्ट मार्टम रिपोर्ट भी नहीं उपलब्ध हुआ है। जबकि,गोपाल चौधरी का विवादित रेल क्वार्टर सील किया हुआ है।और,चित्तरंजन पुलिस हवा में तीर चलाते हुए अपराधी को शीघ्र गिरफ़्तार करने की बात करती है।
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