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खुदगर्जी में झूले नहीं,निजकर्तव्य भूले नहीं।

(फाइल फोटो: मध्य में ईश्वर दास, पूर्व विधायक, दाईं तरफ लेखक श्यामा नन्द और बाईं तरफ किशोरी लाल सागर पूर्व विधेयक)   खुदगर्जी में झूले नहीं  ...

(फाइल फोटो: मध्य में ईश्वर दास, पूर्व विधायक, दाईं तरफ लेखक श्यामा नन्द और बाईं तरफ किशोरी लाल सागर पूर्व विधेयक)
 

खुदगर्जी में झूले नहीं 

निजकर्तव्य भूले नहीं


आनी विधानसभा क्षेत्र को छ: बार विधानसभा में प्रतिनिधित्व प्रदान करने वाले पूर्व मंत्री एवं विधायक 80 का दशक पार कर चुके सर्वप्रिय ईश्वर दास इन दिनों अपनी विधानसभा क्षेत्र के प्रवास पर हैं। इनके प्रशंसक और संबंधी इनके दर्शन के लिए लालायित हैं। इनका कुशलक्षेम जानकर तथा इनसे संवाद करके सभी अभिभूत हो रहे हैं। जिस उत्साह से निर्मंड और नित्थर क्षेत्र के लोगों ने इनका अभिवादन और अभिनंदन किया,

वह हमारे क्षेत्र के लोगों का श्रेष्ठ संस्कार है ,


जिसने समूचे प्रदेश को बता दिया है कि हमारे पूज्य और राजनीतिक पारदर्शिता के पर्याय बुजुर्गों के सम्मान का दायित्व हम बखूबी निभाना जानते हैं। 

माननीय पूर्व मंत्री की नेतृत्व क्षमता,स्वार्थरहित तथा मूल्य आधारित राजनीतिक सेवा से आज भी समूचा आनी क्षेत्र अभिभूत है।

इन्हीं की प्रेरणा से इनको अपने ही क्षेत्र से परास्त करने वाले पूर्व विधायक किशोरी लाल सागर भी अपने नैतिक दायित्व का निर्वहन करते हुए तथा पूरी शिष्टता का परिचय देते हुए दलगत राजनीति से ऊपर उठकर इनका पूरा साथ प्रवास के दौरान निभा रहे हैं। 

ऐसी सदाशयता से युक्त व्यक्तित्व के प्रति हृदय से सम्मान व्यक्त करना अपना दायित्व समझता हूं। 

ईश्वर की कुछ ऐसी योजना बने, कभी राजनीति में उतरकर इनके साथ चुनाव लड़ूं।

मुझे व्यक्तिगत आनंद मिलेगा- 

"इनसे जीतूंगा तो शान 

होगी;

और हारूंगा तो इज्जत 

होगी।

दोनों महानुभावों के प्रति ईश्वर से उनके अच्छे स्वास्थ्य और दीर्घायु की मंगल कामना करता हूं!🙏🌷🌷

श्यामा नन्द कवि,लेखक एवम् शिक्षक।

लेखक परिचय:

श्यामा नन्द वर्तमान समय में पीएम श्री राजकीय आदर्श(बालक) वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला आनी में बतौर उप प्रधानाचार्य व प्राध्यापक अंग्रेज़ी सेवारत हैं।

जो समय समय पर कई समाचार पत्रों एवम् पत्रिकाओं के साथ साथ स्थानीय विभिन्न डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर लोक संस्कृति,सनातन धर्म, संस्कारों और समसामयिक विषयों से संबंधित विचार बेबाकी से अभिव्यक्त करते रहते हैं तथा अपनी साहित्यिक रचनाओं का प्रकाशन भी करवाते रहते हैं।

नोट:- 

इस लेख में लेखक के निजी विचार व्यक्त हैं। इन विचारों से समाचार चैनल और सम्पादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है।

इस लेख में सभी तथ्य लेखक द्वारा जुटाए गए हैं।



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